जयपुर. राजस्थान यूनिवर्सिटी की सिंडिकेट की बैठक (Syndicate meeting of Rajasthan University) में वोटर और कैंडिडेट को लेकर अहम फैसले लिए गए. राजस्थान यूनिवर्सिटी (Rajasthan University) में अब नियमित छात्र ही छात्र संघ का चुनाव (Rajasthan University Student Union Election) लड़ सकेंगे. ऐसे में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को दिए गए आश्वासन को सिंडिकेट की बैठक में दरकिनार किया गया.
सिंडिकेट की बैठक में सर्वसम्मति से सभी स्नातकोत्तर विभाग में दूसरे और चौथे सेमेस्टर में अध्ययनरत सभी विद्यार्थियों को छात्र संघ चुनाव में भाग लेने के लिए योग्य माना गया है. वहीं फर्स्ट और सेकंड ईयर 2021-22 में जिस भी नियमित विद्यार्थी ने परीक्षा दी है और प्रथम वर्ष 2022-23 के अध्ययनरत सभी विद्यार्थी छात्र संघ चुनाव में हिस्सा ले सकेंगे. जबकि विधि महाविद्यालय में फर्स्ट और सेकंड ईयर के नियमित विद्यार्थी, जिन्होंने 2021-22 में परीक्षा दी है, ऐसे छात्र छात्रसंघ चुनाव में भाग लेने के लिए योग्य होंगे.
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पंचवर्षीय विधि कॉलेज के सभी अध्ययनरत छात्र चुनाव (Rajasthan University Student Union Election) लड़ने के लिए योग्य होंगे. लेकिन 10वें सेमेस्टर में अध्ययनरत विद्यार्थी पंचवर्षीय कॉलेज में चुनाव नहीं लड़ सकेगा. ऐसे छात्र सिर्फ मताधिकार का प्रयोग ही कर सकेगा. साथ ही वो राजस्थान विवि अपेक्स बॉडी के लिए चुनाव लड़ सकेगा.
वहीं सिंडिकेट ने स्पष्ट कर दिया है कि यूजी और पीजी फाइनल ईयर में अध्ययनरत विद्यार्थी यदि चुनाव (Rajasthan University Student Union Election) लड़ते है, तो उन्हें सत्र 2022-23 में विश्वविद्यालय के नियमित विद्यार्थी के रूप में अध्ययनरत होना अनिवार्य होगा. यदि वो 2022-23 में किसी भी कारण विश्वविद्यालय का नियमित विद्यार्थी नहीं रहता है, तो छात्रसंघ में उसका पद अपनेआप ही समाप्त हो जाएगा. वहीं यदि कोई विद्यार्थी छात्रसंघ चुनाव (Student Union Election) लड़ता है. उसका परीक्षा परिणाम अभी लम्बित है और वो विद्यार्थी परीक्षा में राजस्थान यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के संविधान के अनुसार उत्तीर्ण नहीं हो पाता है, तो छात्रसंघ में उसका पद खुद ब खुद ही समाप्त हो जाएगा. चुनाव लड़ने वाला प्रत्याशी नामांकन पत्र के साथ इसके लिए एक शपथ-पत्र भी पेश करेंगे.
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सिंडिकेट में दिए गए फैसलों के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में आक्रोश देखने को मिला संगठन के पदाधिकारियों ने इसे विश्वासघात बताते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों को जो आश्वासन दिया उस पर खरा नहीं उतरे. टंकी पर चढ़े छात्रों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई और अब यू लेट और पीजी एंट्रेंस एग्जाम देने वाले राजस्थान विश्वविद्यालय के एनरोल्ड छात्रों का मतदान का अधिकार भी छीना है. जिसका एबीवीपी पुरजोर विरोध करती है.
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सिंडिकेट की बैठक खत्म होने के बाद एबीवीपी छात्र नेता यूनिवर्सिटी प्रशासन से मुलाकात करने पहुंचे. इस दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से छात्रों को रोकने की कोशिश की गई. इस पर पुलिस और छात्रों के बीच में झड़प देखने को मिली. जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करते हुए छात्रों को खदेड़ना पड़ा. पुलिस ने इस दौरान एबीवीपी के छात्र नेता हुशयार मीणा और भारत भूषण शर्मा को हिरासत में लिया. वहीं मौके पर पहुंचे एबीवीपी के प्रांत संगठन मंत्री ने यूनिवर्सिटी प्रशासन की मनमानी पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.