जयपुर. साइबर ठगी का मामले इन दिनों काफी चर्चा में है. राजधानी जयपुर में भी रोजाना इस तरह के 4 से 5 मामले सामने आ रहे हैं. अब तो बिना ओटीपी के भी बैंक खातों से रुपए निकालने के मामले सामने आने लगे हैं. ऐसे में आपको सावधान होने की जरूरत है. ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान किसी वेबसाइट पर डेबिट और क्रेडिट कार्ड के द्वारा ट्रांजेक्शन करने पर सीवीवी का प्रयोग होता है. जिन पर साइबर ठगों की नजर बनी रहती है.
CVV के जरिए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी नहीं रहा सेफ, बिना ओटीपी के उड़ सकती है आपकी जमा पूंजी - सीवीवी
साइबरी ठगी के मामले इन दिनों चर्चा में है. किसी वेबसाइट पर डेबिट या क्रेडिट कार्ड से सीवीवी के जरिए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने पर डेटाबेस तैयार होता है. जिसकी मदद से साइबर ठग बैंक खातों से जमा पूंजी निकाल लेते हैं.
साइबर ठगों का यह नया तरीका साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स के लिए भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है. उनका कहना है कि जब भी आप किसी वेबसाइट पर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन डेबिट या क्रेडिट कार्ड से करते हैं. तो उसका एक डेटाबेस तैयार होता है. जिसे साइबर ठग बड़ी आसानी से कॉपी कर लेते हैं. और उसके बाद सीवीवी का प्रयोग कर बैंक खाते से रुपए उड़ा लेते हैं.
साइबर क्राइम एक्सपर्ट ने बताया कि साइबर ठगी से बचने के लिए डेबिट और क्रेडिट कार्ड के पीछे लिखा तीन अंकों का सीवीवी नंबर मिटा देना चाहिए. और किसी के साथ इसकी जानकारी भी साझा नहीं करनी चाहिए. वहीं किसी अंजान वेबसाइट पर कार्ड की डिटेल भी सेव नहीं करनी चाहिए. और मोबाइल बैंकिंग एप पर जाकर अपने कार्ड के एक्सेस को बंद कर देना चाहिए या फिर कार्ड की लिमिट कम कर देनी चाहिए.