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जयपुर: झोटवाड़ा थाना इलाके में बाल श्रम कराने का मामला, कारखाना मालिक गिरफ्तार

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Published : Dec 27, 2020, 11:24 PM IST

जयपुर के झोटवाड़ा थाना इलाके में बच्चों से बार में बाल श्रम करवाया जा रहा था. बार में बच्चों से शराब परोसने का काम करवाने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कारखाना मालिक को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही बच्चों को उनके घर भेजा जा रहा है.

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जयपुर के झोटवाड़ा में बाल श्रम का मामला

जयपुर. राजधानी जयपुर में बाल श्रम के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे. झोटवाड़ा थाना इलाके में बाल श्रम कराने का एक नया मामला सामने आया है. बार में बच्चों से शराब परोसने का काम करवाने के मामले में पुलिस ने बार मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. मामले में पुलिस ने कारखाना मालिक मोहम्मद मशरूर अली उर्फ टिंकू को गिरफ्तार किया है. वहीं, पुलिस बच्चों को मुक्त करवाकर उनके घर भेजने का काम कर रही है.

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बताया जा रहा है कि बार में बच्चे शराब की बोतलें और गिलास उठाते हुए मिले. इसके बाद चाइल्ड लाइन की मेंबर जया ने झोटवाड़ा थाने में मामला दर्ज करवाया है. मामले में चाइल्डलाइन को सूचना मिली थी कि बार में बच्चों से बाल श्रम करवाया जा रहा है. सूचना पर चाइल्ड लाइन के सदस्य बार में पहुंचे तो बच्चे काम करते हुए पाए गए. बच्चों से पूछने पर पता चला कि उनसे 14 से 15 घंटे काम करवाया जाता है और घर नहीं जाने दिया जाता. बच्चों को समय पर खाना भी नहीं दिया जाता. जयपुर पुलिस और चाइल्डलाइन की टीम ने जयपुर शहर में करीब 100 से भी ज्यादा जगह पर बाल श्रम करने वाले बच्चों को मुक्त करवाया है. बच्चों को चंद रुपयों का लालच देकर कारखाना मालिक जयपुर लाकर बाल श्रम करवाते हैं.

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वहीं, बच्चों ने बताया कि कारखाना मालिक घुमाने और पढ़ाने के साथ काम सिखाने के बहाने जयपुर लाया था और सुबह 9 बजे से रात 12 बजे तक चूड़ी बनाने का काम करवाता है. कारखाने से बाहर भी नहीं जाने दिया जाता. कारखाना मालिक काम सही नहीं करने पर डराता धमकाते है और मारपीट भी करता है. कारखाना मालिक ने बच्चो को जयपुर लाने के लिए परिजनों को रुपए एडवांस भी दिए थे. किसी बच्चे के परिजन को 10 हजार रुपये और किसी को 5 हजार रुपये एडवांस दिए गए थे.

बता दें कि एक दिन पहले जालूपुरा थाना इलाके में भी 4 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया गया था. जानकारी के मुताबिक बच्चों को पढ़ाने के बहाने और काम सिखाने के बहाने जयपुर लाया गया था, लेकिन यहां पर बंधक के रूप में बाल श्रम करवाया जा रहा था. बच्चे अपनी आप बीती सुना कर रोने लग गए. पुलिस ने मामले में कारखाना मालिक को गिरफ्तार किया है.चूड़ी कारखाने से बाल श्रमिक कराए मुक्त-बचपन बचाओ आंदोलन और मानव तस्करी विरोधी यूनिट की सूचना पर भट्टा बस्ती थाना पुलिस ने चूड़ी कारखाने से 4 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है. चारों बच्चे बिहार के रहने वाले हैं.

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