जयपुर. राजधानी के इंदिरा बाजार में शनिवार को हुई आगजनी की घटना से करीब एक दर्जन दुकानों का सामान जलकर राख हो गया. आगजनी की घटना के बाद से ही बाजार को बंद करवा दिया गया है. जिसके बाद से ही लगातार मौके पर पुलिस कर्मी तैनात है.
इंदिरा बाजार अग्निकांड: जली दुकानें देख फफक-फफक कर रोए दुकानदार
राजधानी जयपुर के इंदिरा बाजार में शनिवार को हुए अग्निकांड की घटना से करीब एक दर्जन दुकानों का सामान जलकर राख हो गया. राख में तब्दील दुकानों को देख दुकानदार रो पड़े. कुछ ने कहा हम बर्बाद हो गए, कुछ ने कहा हम कंगाल हो गए तो कुछ ने प्रशासन को इससे लिए जिम्मेदार ठहराया.
पटाखे की दुकान से निकली चिंगारी ने पूरे मार्केट की कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया. आगजनी की घटना में करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. दुकानदार अपनी जली हुई दुकानों के पास पहुंचे तो मौके पर जला हुआ सामान और दुकानें देखकर रोने लगे. कई दुकानदारों ने तो हाल ही में लाखों रुपए का सामान दुकानों में रखा था. दुकान में रखा लाखों का सामान राख के रूप में देखते ही दुकानदारों की आंखों से आंसू निकलने लगे.
पढ़ें. कांग्रेस के घोषणापत्र के अनुरूप होगा प्रदेश सरकार का बजट : सचिन पायलट
पीड़ित दुकानदारों ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि, कपड़ा मार्केट के बीच में पटाखों की दुकान का कई बार विरोध किया गया था. लेकिन इसके बावजूद भी प्रशासन ने लाइसेंस जारी कर दिया गया. पटाखा व्यापारी को भी कई बार मना किया था कि, पटाखे का लाइव डेमो नहीं दिखाए, लेकिन वो नही माना और अपने पटाखे का प्रदर्शन करने के चक्कर में हमारी दुकानों में आग लगा दी. जिससे आसपास की दुकानो का भी करोड़ों रुपए का सामान जलकर राख हो गया. इंदिरा बाजार के सभी व्यापारियों ने मांग की है, कि कपड़ा मार्केट में पटाखों की दुकानों को लाइसेंस नहीं दिए जाए.
दुकान नंबर 24 के मालिक सुधीर कुमार ने बताया कि, 8 महीने पहले ही 8 लाख रुपये खर्च कर दुकान में नया फर्नीचर लगवाया था. दुकान का उद्घाटन करते समय भी पड़ोसी दुकानदार को बार-बार कहां की दुकान के बाहर फटाके नहीं लगाएं. इससे कभी भी नुकसान हो सकता है. लेकिन पटाखा व्यापारी किसी भी तरह से नहीं माना. इसी तरीके से अपने ग्राहक को पटाखे की पावर दिखाने के चक्कर में हमारी दुकानों में आग लगा दी. मैने पूरी पूंजी दुकान में लगाकर व्यापार शुरू किया और अब कुछ भी नहीं बचा हम सड़क पर आ चुके हैं.
पीड़ित दुकन मालिक जमनादास ने बताया कि, पटाखे की दुकान की वजह से पूरी मार्केट में आग लग गई, जिससे करोड़ों का नुकसान हो गया और सभी व्यापारी सड़क पर आ गए. पहले भी पटाखा व्यवसाई को कई बार चेताया लेकिन उसने लाइसेंस होने की धौस जताई. दुकानदार को कई बार पटाखे की टेस्टिंग के लिए मना किया लेकिन वह नहीं माना. जिसकी वजह से आगजनी की घटना हो गई.
बता दें, आगजनी की घटना के बाद से ही पटाखा दुकान मालिक फरार चल रहा है. पुलिस की ओर से मामला दर्ज कर फरार चल रहे पटाखा व्यापारी की तलाश की जा रही है.