जयपुर. लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे प्रदेश के पटवारियों के सब्र का बांध अब टूट चुका है. राजस्थान पटवार संघ ने शनिवार को एक बैठक आयोजित कर अनूठे तरीको से सरकार के खिलाफ आंदोलन करने का निर्णय किया है. अब पटवारी सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप को लेफ्ट करेंगे और लाल बस्ता लेकर सड़कों पर उतरेंगे.
राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश महासमिति का आयोजन पटवार घर में जिला कलेक्ट्रेट परिसर में किया गया. प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार निमिवाल की अध्यक्षता में यह बैठक आयोजित की गई. इसमें पटवार संघ के सभी 33 जिलों, सिंचाई, भू प्रबंध एवं उपनिवेशन सहित 35 जिला कार्यकारिणी ने भाग लिया.
बैठक में 2017 और 2018 में हुए समझौते को लागू करवाने और वेतनमान, चयनित वेतनमान, समयबद्ध पदोन्नति, नो वर्क नो पे के आदेश निरस्तीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर चर्चा की गई. पटवारियों ने कहा कि इन मांगों को लेकर पिछले 13 महीने से लगातार शांतिपूर्ण तरीके से विरोध भी जताया गया, लेकिन अभी तक सरकार ने उनकी मांग नही मानी.
सरकार के खिलाफ विरोध के रूप में राजस्व, उपनिवेशन, सिंचाई और भू प्रबंध विभाग के पटवारियों की ओर से अतिरिक्त पटवार मंडलों का बहिष्कार किया जा रहा है और यह आगे भी जारी रहेगा. महासमिति ने सभी जिला कार्यकारणी और प्रदेश कार्यकारिणी के सभी सदस्यों की ओर से विचार-विमर्श कर निर्णय किया गया है कि राजस्थान पटवार संघ अपनी मांगों के संबंध में चल रहे 'पटवारी हक यात्रा' के तहत अलग-अलग तरह से आंदोलन करेगा.