जयपुर. देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान (Death in India During Corona Pandemic) बड़ी संख्या में मरीजों की मौत हुई थी. ऐसे में अब कोरोना के नए वेरियंट के सामने (Omicron Covid Variant Found in India) आने के बाद तीसरी लहर की चेतावनी (Corona Third wave in India) भी जारी की जा रही है.
प्रदेश की बात करें तो कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज (Oxygen Plants in Rajasthan Hospitals) सामने आए और मौत का आंकड़ा भी इस दौरान बढ़ा. इस दौरान अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी का सामना करना पड़ा. खासकर ऑक्सीजन और आईसीयू बेड. मौजूदा समय में सरकार अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने की बात कह रही है और हाल ही में प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं. इसके अलावा इन कॉलेजों से अटैच अस्पतालों में सामान्य और आईसीयू के बेड भी बढ़ाए गए हैं.
ऑक्सीजन की व्यवस्था...
चिकित्सा विभाग में दावा किया है कि प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plants in Hospitals) स्थापित किए जा रहे हैं. इस साल के अंत तक प्रदेश में 400 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट अलग-अलग अस्पतालों में स्थापित कर दिए जाएंगे. जानिए ऑक्सीजन को लेकर तैयारी, एक नजर में...
550 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का रखा गया लक्ष्य
15 दिसंबर तक 475 प्लांट स्थापित करने का लक्ष्य
415 ऑक्सीजन प्लांट अब तक अलग-अलग अस्पतालों में हुए स्थापित
40,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध
अस्पतालों में बेड की स्थिति...
वहीं, मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में आईसीयू से लेकर वेंटिलेटर बेड की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है. चिकित्सा विभाग दावा कर रहा है कि प्रदेश के 332 चिकित्सा संस्थानों को सुदृढ़ करने का लक्ष्य रखा गया है और साल के अंत तक इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ा काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. जानिए बेड को लेकर कैसी है तैयारी...