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Omicron Threat in Rajasthan : ओमीक्रोन का खतरा, राजस्थान में तीसरी लहर से निपटने की क्या है तैयारी ?

ओमीक्रोन का पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में आने के बाद आज कर्नाटक में भी दो मामले (Two cases of Omicron in India) सामने आ गए हैं. ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह नया स्ट्रेन फैला तो हालात बिगड़ सकते हैं. ओमीक्रोन को लेकर सभी राज्यों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. राजस्थान में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की कैसी है तैयारी, देखिए इस रिपोर्ट में...

Corona Active Cases in Rajasthan
ओमीक्रोन का खतरा...

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Published : Dec 2, 2021, 6:52 PM IST

जयपुर. देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान (Death in India During Corona Pandemic) बड़ी संख्या में मरीजों की मौत हुई थी. ऐसे में अब कोरोना के नए वेरियंट के सामने (Omicron Covid Variant Found in India) आने के बाद तीसरी लहर की चेतावनी (Corona Third wave in India) भी जारी की जा रही है.

प्रदेश की बात करें तो कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज (Oxygen Plants in Rajasthan Hospitals) सामने आए और मौत का आंकड़ा भी इस दौरान बढ़ा. इस दौरान अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी का सामना करना पड़ा. खासकर ऑक्सीजन और आईसीयू बेड. मौजूदा समय में सरकार अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने की बात कह रही है और हाल ही में प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं. इसके अलावा इन कॉलेजों से अटैच अस्पतालों में सामान्य और आईसीयू के बेड भी बढ़ाए गए हैं.

राजस्थान में तीसरी लहर से निपटने की तैयारी...

ऑक्सीजन की व्यवस्था...

चिकित्सा विभाग में दावा किया है कि प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plants in Hospitals) स्थापित किए जा रहे हैं. इस साल के अंत तक प्रदेश में 400 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट अलग-अलग अस्पतालों में स्थापित कर दिए जाएंगे. जानिए ऑक्सीजन को लेकर तैयारी, एक नजर में...

550 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का रखा गया लक्ष्य

15 दिसंबर तक 475 प्लांट स्थापित करने का लक्ष्य

415 ऑक्सीजन प्लांट अब तक अलग-अलग अस्पतालों में हुए स्थापित

40,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध

अस्पतालों में बेड की स्थिति...

वहीं, मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में आईसीयू से लेकर वेंटिलेटर बेड की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है. चिकित्सा विभाग दावा कर रहा है कि प्रदेश के 332 चिकित्सा संस्थानों को सुदृढ़ करने का लक्ष्य रखा गया है और साल के अंत तक इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ा काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. जानिए बेड को लेकर कैसी है तैयारी...

332 चिकित्सा संस्थाओं पर 1600 HUD बेड लगाए जा रहे हैं

48 चिकित्सा संस्थानों पर 544 आईसीयू बेड की स्थापना की जा रही है

28 हजार से अधिक ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड विभिन्न अस्पतालों में स्थापित किए जा रहे हैं

3000 से अधिक वेंटीलेटर अस्पतालों में लगाए जा रहे हैं

यह सभी बेड और वेंटिलेटर इस साल के अंत तक अस्पतालों में मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे

कोरोना की स्थिति...

बीते 1 महीने की बात की जाए तो प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में (Corona Active Cases in Rajasthan) धीरे-धीरे इजाफा होने लगा है. जिसमें कम उम्र के मरीज भी देखने को मिल रहे हैं. बीते 1 महीने में जितने संक्रमित सामने आए हैं, उनमें से 17% मरीज 18 वर्ष से कम आयु के हैं. बीते एक माह में पॉजिटिव आए लोगों में 63% ने कोरोना की दोनों वैक्सीन लगवाई है. इनमें से 18% मरीजों में ट्रेवल हिस्ट्री पाई गई, जबकि 85% मरीज शहर से और 15% मरीज ग्रामीण क्षेत्रों से संक्रमण की चपेट में आए हैं.

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