जयपुर. राजस्थान में 21 जिलों में चार चरणों में हुए पंचायती राज चुनाव का मतदान समाप्त हो चुका है. अब हर किसी को इंतजार 8 दिसंबर का है, लेकिन परिणाम के साथ ही आजकल प्रदेश में एक नया ट्रेंड शुरू हो चुका है और वो ट्रेंड जीते हुए सदस्यों की बाड़ेबंदी का है.
21 जिलों में चार चरणों में हुए पंचायती राज चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे लेकिन अभी से कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशियों को कई जगह बाड़ेबंदी में रख दिया है तो कई जगह इसकी तैयारी चल रही है. जीते हुए सदस्यों की बाड़ाबंदी 11 दिसंबर तक होगी क्योंकि 10 दिसंबर को जिला प्रमुख और प्रधान का और 11 दिसंबर को उप जिला प्रमुख और उपप्रधान का चुनाव होगा. नतीजे आने के साथ ही पंचायत समिति और जिला परिषद के सदस्यों की बाड़ेबंदी स्थानीय स्तर पर की जाएगी.
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पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्यों को स्थानीय नेताओं के द्वारा रिसोर्ट या फिर होटल में शिफ्ट किया जाएगा, जहां वह 11 दिसंबर तक रहेंगे. जानकारों की मानें तो कांग्रेस पार्टी को पूरी उम्मीद है कि जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव में इस बार कांग्रेस पार्टी का बोर्ड बनेगा लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए कांग्रेस पार्टी निर्दलीय प्रत्याशियों के भी संपर्क में हैं. अगर पार्टी को कहीं निर्दलीयों का सहारा लेना होगा तो पार्टी इसके लिए भी पूरी तरीके से तैयार है और प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बने हुए कंट्रोल रूम में तैनात नेता लगातार इस बारे में स्थानीय विधायकों से संपर्क बनाए हुए हैं.
इन 21 जिलों में हुए पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनाव