जयपुर. राजस्थान की गहलोत सरकार ने मनमानी करने वाले अधिकारियों को लेकर सख्त रुख अख्तियार करना शुरू कर दिया है. दरअसल, कार्मिक विभाग ने 27 जुलाई और 2 अगस्त को हुए तबादलों के आदेश में इन्हें शहरी निकायों के उपचुनाव की आचार संहिता समाप्ति के बाद रिलीव होकर नए पद पर कार्य ग्रहण करने को कहा गया था. बावजूद इसके, 40 एसएआर अफसर ऐसे हैं, जिन्होंने आदेशों की पालना नहीं की.
मनमाने अफसरों के खिलाफ एक्शन शुरू, तबादले के बाद भी ज्वाइन नहीं करने वाले 40 RAS अधिकारियों के खिलाफ नोटिस जारी
प्रदेश की गहलोत सरकार ने (Gehlot Government) मनमानी करने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. कार्मिक विभाग ने तबादले के बाद भी ज्वाइन नहीं करने वाले 40 आरएएस अधिकारियों (RAS Officers) के खिलाफ नोटिस जारी करते हुए ऐसा करने का कारण पूछा है.
ये हैं 40 अफसर...
भागीरथ साख, छोटू लाल शर्मा, नंदकिशोर राजोरा, राजकेश मीणा, रामदयाल मीणा द्वितीय, रामकुमार टाडा, रविकांत सिंह, सीमा तिवारी, चेतन त्रिपाठी, दौलतराम देवी सिंह, गोमती शर्मा, हरि सिंह शेखावत, हरविंदर सिंह हेमेंद्र नागर, जयसिंह द्वितीय, जनक सिंह, कालूराम खजान सिंह, ललित मीणा, मणिलाल तीर गर, मुकेश मीणा द्वितीय, नरेंद्र मीणा प्रथम, पुष्पा हरवानी, रामसुख गुर्जर, रमेश सीरवी, रामजस विश्नोई, संदीप कुमार, संतोष कुमार मीणा, सत्यनारायण, शैलेश सुराणा, शिवचरण मीणा, श्वेता खगड़िया, सुभाष चंद्र, सुदर्शन सिंह तोमर, सुरेश कुमार हरसोलिया, सुरेश कुमार प्रथम, उमेद सिंह, बीपी उत्तम सिंह शेखावत और विनीत कुमार सुखाड़िया को नोटिस जारी.