जयपुर.उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा रेल संपत्ति और रेल यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं. जिसमें जुलाई माह में 27 महिलाओं को उनके परिजनों तक पहुंचाया गया, तो वही 30 बच्चों और महिलाओं को एनजीओ को सौंपा गया. जुलाई माह में कुल 57 लावारिस बच्चों और महिलाओं को उनके परिजन और एनजीओ को सकुशल सुपुर्द किया गया.
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे पर रेल सुरक्षा बल द्वारा रेल परिसर में विशेष अभियान चलाकर रेल संपत्ति, रेल यात्रियों और रेल कर्मियों की सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं. इसके साथ ही रेल सुरक्षा बल द्वारा यात्री मित्र बूथ का संचालन भी किया जा रहा है. जरूरतमंद यात्रियों को वांछित जानकारी उपलब्ध करा रहा है. जुलाई माह के दौरान 6192 यात्रियों ने यात्री मित्र बूथ से सूचना प्राप्त की. तो वहीं तीन यात्रियों को व्हील चेयर की सुविधा और 6 बीमार यात्रियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई गई.
सराहनीयः उत्तर-पश्चिम रेलवे ने 57 बच्चों को परिजनों और एनजीओ तक पहुंचाया सुरक्षित - उत्तर पश्चिम रेलवे सुरक्षा बल
रेलवे सुरक्षा बल द्वारा जुलाई माह में यात्रा सुरक्षा के लिए कई तरह के उत्कृष्ट कार्य किए गए. जिसमें कई महिलाओं और बच्चों को उनके परिजनों तक पहुंचाया गया, तो किसी को एनजीओ को सुपुर्द किया गया. इसके साथ ही रेल सुरक्षा बल द्वारा यात्री मित्र बूथ का संचालन होने से यात्रियों को इसका लाभ भी मिल रहा है.
North Western Railway Protection Force, उत्तर पश्चिम रेलवे सुरक्षा बल
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यदि आप भी रेल में सफर कर रहे है तो इन बातों का खासतौर पर ध्यान रखे कि रेलवे की किसी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाए. हालांकि रेलवे स्टेशनों और रेल संपत्ति की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल द्वारा निरंतर विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं, जिसमें रेलवे परिसर में होने वाले गैरकानूनी घटनाओं में निरंतर कमी भी आ रही है.