जयपुर.कोरोना संक्रमण के इस दौर में गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों के सामने खाने-पीने का संकट मंडरा रहा है. काम-धंधे बंद होने की वजह से लोग बेरोजगार बैठे हैं, ऐसे में दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो पा रही है. राजधानी जयपुर में गरीब, बेसहारा और मजदूर वर्ग के लोगों के लिए प्रशासन, सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधि आगे आ रहे हैं. उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर मंडल ने सफाई कर्मियों को राशन किट वितरित किए.
उत्तर-पश्चिम रेलवे जयपुर मंडल डीआरएम मंजूषा जैन ने मंडल कार्यालय परिसर में सफाई कर्मियों को राशन सामग्री वितरित की, जिसमें प्रत्येक कर्मचारी को 10 किलो आटा, 1 किलो दाल, 1 किलो खाने का तेल, 4 किलो चावल, 1 किलो बेसन, 1 किलो चीनी, 1 किलो नमक समेत मिर्च, धनिया, हल्दी और चाय पत्ती के एक-एक पैकेट दिए गए. इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक के साथ वरिष्ठ मंडल सामग्री प्रबंधक कुलदीप सिंह भी मौजूद रहे.
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सफाई कर्मियों को राशन किट वितरित करने से उनके चेहरों पर खुशी की लहर नजर आई. सफाई कर्मियों के लिए भी काफी मुश्किल दौर गुजर रहा है. निजी ठेकेदार के अधीन कार्यरत सफाई कर्मियों के लिए खाने-पीने की मुश्किलें हो रही है. क्योंकि निजी ठेकेदार के अंडर में काम करने वाले सफाई कर्मियों को नियमित रूप से काम और मजदूरी नहीं मिल पाती है, ऐसे में उनके लिए भोजन की भी समस्या हो रही है.
जयपुर मंडल के डीआरएम मंजूषा जैन के मुताबिक महामारी से उत्पन्न आर्थिक विषमता के परिदृश्य में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की सहायता के लिए रेल प्रशासन हमेशा से प्रतिबंध रहा है. इसी उद्देश्य से उत्तर-पश्चिम रेलवे जयपुर मंडल की ओर से मंडल कार्यालय में निजी ठेकेदार के अधीन कार्यरत सफाई कर्मियों को राशन सामग्री वितरित की गई. रेलवे की ओर से गरीब लोगों के लिए सहायता और सेवा का कार्य आगे भी जारी रहेगा.