राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के लिए प्रदेश सरकार के स्तर पर किसी भी किसान का आवेदन या राशि लंबित नहींः नीरज के पवन

प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के लिए राज्य सरकार के स्तर पर किसी भी किसान का कोई भी आवेदन या राशि लंबित नहीं है. रजिस्टार सहकारिता ने बताया कि उनके अनुसार जो प्रक्रिया होनी है वह हो चुकी है. उन्होने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए प्रदेश के 55 लाख 71 हजार 384 किसानों ने पीएम किसान पोर्टल पर अपने आवेदन अपलोड कर दिए हैं.

प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, Prime Minister Kisan Samman Yojana

By

Published : Oct 21, 2019, 6:14 PM IST

जयपुर.प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए राजस्थान के 55 लाख 71 हजार 384 किसानों ने पीएम किसान पोर्टल पर अपने आवेदन अपलोड कर दी है, जबकि 6 लाख से अधिक आवेदन एलजी कोड और स्वघोषणा के आधार पर अस्वीकृत होने से अपलोड नहीं हो सके. यह जानकारी रजिस्टार सहकारिता डॉ. नीरज के पवन ने दी.

प्रदेश सरकार के स्तर पर किसी भी किसान का आवेदन हो राशि लंबित नहीं-नीरज के पवन

डॉ पवन के अनुसार राज्य सरकार के स्तर पर किसी भी किसान का कोई भी आवेदन या राशि लंबित नहीं है. उनके अनुसार जो प्रक्रिया होनी है वह हो चुकी है. अब जो प्रक्रिया होनी है वह केंद्र सरकार के स्तर पर होगी.

केंद्र सरकार के स्तर पर लंबित है यह आवेदन

डॉ. पवन के अनुसार राज्य की ओर से सभी भेजे जा सकने वाले आवेदन भेजे जा चुके हैं और भारत सरकार की ओर से किसानों के पक्ष में प्रथम किश्त के लिए आरएफटी खोली गई है. जिसमें 39 लाख 70 हजार 988 किसानों के खाते में 794.20 करोड़ रुपए की पहली किश्त जमा हो चुकी है और शेष 6 लाख से अधिक किसानों की राशि स्वीकृत होना केंद्र के स्तर पर लंबित है.

पढ़ें: पहली बार अलवर में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, 70 देशों की 446 फिल्में होंगी प्रदर्शित

रजिस्टार सहकारिता ने बताया कि दूसरी किश्त के लिए भारत सरकार ने 39 लाख 63 हजार 277 किसानों के पक्ष में आरएफटी खोली. जिसमें से 39 लाख 36 हजार 514 किसानों के खातों में 787.30 करोड़ रुपए की राशि जमा हो चुकी है, जबकि शेष राशि केंद्र सरकार के स्तर पर लंबित है. डॉक्टर नीरज. के. पवन ने बताया कि द्वितीय किस्त के बाद भारत सरकार स्वयं के स्तर पर किसानों का आधार आधारित सत्यापन कर रही है और बिना आधार प्रमाणन के किसानों की किस्त जारी नहीं हो रही है.

उन्होंने बताया कि राज्य के किसानों की ओर से किए गए आवेदन आधार से ही किए गए हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत सरकार ने गाइडलाइन जारी कर किसानों को आवेदित नाम और आधार कार्ड में उल्लेखित नाम में समानता हो इसके लिए किसान किसी भी ई-मित्र केंद्र पर जाकर पीएम किसान पोर्टल पर नाम में असमानता को सही कर सकता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details