जयपुर.पिछले दिनों परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बिना परमिट की बसों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे. इसके बाद भी परिवहन विभाग ने इन पर कोई कार्रवाई नहीं की है. रोडवेज के डिपो मैनेजरोंं की ओर से इन बसों की सूची बनाकर मुख्यालय को सौंपी जा चुकी है. इसमें सबसे अधिक बिना परमिट की बसें दिल्ली रोड पर संचालित हो रही हैं. इन बसों पर कार्रवाई नहीं होने से रोडवेज को राजस्व का नुकसान भी हो रहा है.
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास में रोडवेज मुख्यालय और आरटीओ कार्यालय में आयोजित मीटिंग में बिना परमिट के दौड़ रही बसों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद रोडवेज प्रशासन ने डिपो मैनेजरों से ऐसी बसों की सूची बनाने के लिए कहा था. इस पर डिपो मैनेजरों ने सभी रूट पर बसों की रिपोर्ट बनाकर रोडवेज मुख्यालय को सौंप दी थी.
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परिवहन विभाग को भेजी गई रिपोर्ट
डिपो मैनेजर की ओर से बनाई गई रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली रोड पर कोटपुतली डिपो जयपुर डिपो और अन्य डिपो मैनेजरओं की ओर से बिना परमिट के दौड़ रही बसों की रिपोर्ट बनाई गई है. इसमें करीब सैकड़ों बसें बिना परमिट के दौड़ रहीं हैं. डिपो मैनेजर की रिपोर्ट परिवहन विभाग को भी भेजी जा चुकी है. इसके बावजूद परिवहन विभाग की ओर से इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसे में परिवहन विभाग के ऊपर भी कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं.
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दिल्ली रोड पर संचालित बसों से सबसे अधिक राजस्व
राजस्थान रोडवेज के पिछले 5 साल के आंकड़ों को देखा जाए तो, विभाग को सबसे अधिक राजस्व दिल्ली रोड पर चलने वाली बसों से ही मिलता है. लेकिन इस समय दिल्ली रोड पर इस समय सबसे ज्यादा लोक परिवहन की बसें संचालित हो रही है. वहीं दूसरी और परिवहन बाद भी उन पर कार्रवाई नहीं कर रहा है. जिससे राजस्थान रोडवेज की आय को भी नुकसान हो रहा है.