जयपुर.राज्य सरकार ने जयपुर में रात्रिकालीन कर्फ्यू जारी रखा है. ऐसे में शाम 7 बजे के बाद बाजार, होटल और रेस्टोरेंट बंद होने से व्यापार प्रभावित हो रहा है. शहर के करीब सवा लाख व्यापारी और 4000 होटल रेस्टोरेंट संचालकों को हो रहे आर्थिक नुकसान को लेकर अब विभिन्न व्यापारिक संगठनों ने कैबिनेट मंत्रियों और सीएमओ रुख किया है. जहां नाइट कर्फ्यू खत्म नहीं करने की स्थिति में विरोध पर उतरने की चेतावनी दी है.
नाइट कर्फ्यू से सवा लाख व्यापारी हो रहे प्रभावित कोरोना काल में पहले लॉकडाउन, फिर मंदी और अभी नाइट कर्फ्यू की मार झेल रहे व्यापारियों ने आवाज बुलंद करते हुए, नाइट कर्फ्यू में ढील देने की मांग की है. व्यापारियों का तर्क है कि कोरोना वायरस कमजोर पड़ रहा है. आम जनजीवन पटरी पर लौट चुका है. तो फिर राहत क्यों नहीं दी जा रही. नाईट कर्फ्यू के कारण व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.
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राजधानी के विभिन्न बाजारों में सवा लाख दुकानदारों और करीब 4000 होटल रेस्टोरेंट संचालकों का हर दिन 25 से 30 करोड़ का व्यापार प्रभावित हो रहा है. और ये स्थिति बीते डेढ़ महीने से बनी हुई है. इस संबंध में व्यापार महासंघ के प्रतिनिधियों ने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से भी मुलाकात की. और अब सीएमओ का दरवाजा खटखटाया है. व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने कहा कि बीते 10 महीने से व्यापारी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. और अब भी उन पर नाइट कर्फ्यू की तलवार लटका रखी है. यदि सरकार मंगलवार तक उचित फैसला नहीं लेती, तो विरोध किया जाएगा.
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वहीं, राजधानी में संचालित होटल-रेस्टोरेंट संचालकों की माने तो सबसे ज्यादा असर उन्हीं पर पड़ा है. लोग डिनर और दूसरे आयोजन के लिए रात के समय ही बाहर निकलते हैं, लेकिन नाइट कर्फ्यू ने उन्हें बांधा हुआ है. यही नहीं टूरिस्ट भी नहीं पहुंच रहे हैं. जिसका आर्थिक रूप से खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.व्यापारियों ने नाइट कर्फ्यू को रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक करने की गुहार लगाई है. ताकि व्यापारी वर्ग पर आए आर्थिक संकट से राहत मिले