जयपुर.विधानसभा में गुरुवार को पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह मांग संख्या-47 पर्यटन की अनुदान मांगों पर हुई बहस के बाद सदन ने पर्यटन की 84 करोड़ 73 लाख 68 हजार रुपए की अनुदान मांगे ध्वनिमत से पारित कर दी. साथ ही साथ आरटीडीसी की बंद इकाइयों को चालू करने के लिए कार्य योजना बनाई गई. पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में पर्यटन को गति देने के लिए कई नए कार्य कर रही है.
पर्यटन मंत्री ने कहा कि वर्ष 2013-14 की बजट घोषणा में जयपुर की खासा कोठी और आनंद भवन होटल के जीर्णोद्धार के लिए 10 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था. कार्य आरंभ कर कुछ राशि व्यय की गई, लेकिन सरकार बदलने पर यह काम बंद कर दिया गया और इन्हें निजी हाथों में देने के लिए कंसलटेंट की नियुक्ति कर दी गई थी. उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2018 में इसके भवन के कुछ हिस्से को स्किल यूनिवर्सिटी को किराए पर दे दिया गया था. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद पुनः कार्य शुरू कराकर स्वीमिंग पूल का जिर्णोद्धार कराया गया है. विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने दोनों होटल्स को आत्म निर्भर बनाने की कार्रवाई की है.
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विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि नागौर में अमर सिंह की छतरी और कोडमदेसर में भेंरूजी का कार्य पूर्ण किया जा चुका है. सेठानी के जोहड़ का कार्य 85 लाख रुपए की लागत से कराया जा रहा है. उन्होंन कहा कि पिछले 5 साल में राज्य में पर्यटन फाइनेंसियल एंड फिजिकल वेंटिलेटर पर था. साल 2014 से पहले राज्य में आरटीडीसी की ओर से 43 इकाइयों का संचालन किया जा रहा था. पिछली सरकार ने महत्वपूर्ण बहरोड़ मिड वे सहित 16 इकाईयों को बंद कर दिया. हमारी सरकार ने इन इकाईयों के पुनः संचालन के लिए कार्य योजना तैयार कराई है.
नई पर्यटन नीति शीघ्र जारी होगी
पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन को गति देने के लिए नई पर्यटन नीति बनाने का कार्य शुरू किया गया है. सभी स्टेक होल्डर्स की राय जानकर राज्य की नई पर्यटन नीति का प्रारूप तैयार किया जा रहा है. उन्होंने सभी विधायकों के सुझाव आमंत्रित करते हुए कहा कि नई पर्यटन नीति शीघ्र ही जारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन की भरपूर संभावना है. उनका सपना है कि राजस्थान पहुंचने वाला पर्यटक हर जिले में एक रात और हर संभाग मुख्यालय पर 2 रात गुजारे.
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