जयपुर. राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में रविवार को महंगाई के खिलाफ आयोजित रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से दिया गया हिंदू और हिंदुत्ववादी बयान (Rahul Gandhi Hindu but not Hindutvavadi comment) अब तूल पकड़ने लगा है. कुछ मुस्लिम संगठनों ने उनके बयान को गलत बताते हुए निंदा की है. उनका कहना है कि राहुल गांधी को रैली में महंगाई पर बात करनी चाहिए थी. संगठनों का कहना है कि यह बयान कांग्रेस की नीति और रीति के खिलाफ है.
राहुल गांधी के बयान से राजस्थान हज वेलफेयर सोसायटी, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, राजस्थान उर्दू शिक्षक संघ, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया मदरसा पैराटीचर्स संघ सहित अन्य संगठनों में नाराजगी है. हज वेलफेयर सोसायटी के महासचिव हाजी निजामुद्दीन का कहना है कि आज पूरे देश में सबसे ज्यादा महंगी बिजली, महंगा पेट्रोल राजस्थान में है. उन्हें हिंदू और हिंदुत्व को लेकर इस तरह का बयान यहां नहीं देना चाहिए था. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार को पहले ही अपने राज्य में ही महंगाई को नियंत्रित कर इस रैली को आयोजित करनी चाहिए थी.
राजस्थान उर्दू शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमीन कायमखानी ने कहा कि राहुल गांधी का हिंदू और हिंदुत्ववादी को लेकर बयान देना गलत है. उनके इस बयान से कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखने वाले आम हिंदुस्तानियों में नाराजगी है. उन्होंने कहा कि यह महंगाई के खिलाफ एक राष्ट्रीय स्तर की रैली थी जिसमें महंगाई के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा. यह बयान सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला वक्तव्य था. इस तरह का बयान देकर राहुल खुद कांग्रेस को कमजोर कर रहे हैं. प्रदेश के मुस्लिम युवाओं की ओर से हम मांग करते हैं कि वे इस मामले में माफी मांगे. यह देश न हिंदू का है न मुसलमान का है, न सिख और न इसाई का है, यह देश हिंदुस्तानियों का है. यहां सभी धर्म के लोग सांप्रदायिक सौहार्द के साथ रहते हैं. कांग्रेस को पेट्रोल डीजल और रसोई गैस के बढ़ते दामों, रोजगार के मुद्दे पर बात करनी चाहिए.