जयपुर. राजधानी में तेज बारिश के बाद कई इलाकों में पानी के साथ मिट्टी बह कर आ गई थी. जिसने भारी तबाही मचाई. लाल डूंगरी क्षेत्र की तीन कॉलोनी रहिमन कॉलोनी, गणेशपुरी और रघुनाथगढ़ में बारिश के साथ बहकर आई मिट्टी 5 दिन बीतने के बाद भी हटाई नहीं जा सकी है. क्योंकि नगर निगम के अफसर मिट्टी के खरीदार ढूंढने में व्यस्त है. जबकि राहत के नाम पर यहां ऊंट के मुंह में जीरे वाली स्थिति है.
अभी केवल 40 प्रतिशत ही मिट्टी निकाली जा सकी है नगर निगम प्रशासन ने सार्वजनिक सूचना जारी कर कहा है कि रहिमन कॉलोनी, गणेशपुरी और रघुनाथगढ़ में मिट्टी को नगर निगम जेसीबी से हटवा रहा है. जो भी व्यक्ति ये मिट्टी खरीदना चाहता है, वो 19 अगस्त तक अधिशासी अभियंता मुख्यालय के यहां संपर्क करे. आवेदक को 21 हजार रुपए जमा करवाने होंगे. जिसके बाद लाल डूंगरी कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर मिट्टी तुलवा कर दी जाएगी.
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फिलहाल मौके पर मिट्टी को हटाने का काम नगर निगम की ओर से किया जा रहा है. इस संबंध में हेरिटेज नगर निगम कमिश्नर लोक बंधु ने बताया कि निगम के संसाधन और बाहर से भी संसाधन लगाए गए हैं. करीब 40 फीसदी मिट्टी को निकाल लिया गया है. आगामी 2 से 3 दिन में सारी मिट्टी निकाल ली जाएगी. इसके साथ ही मिट्टी खरीदने के लिए विज्ञप्ति भी निकाली गई है. उन्होंने तर्क दिया कि मिट्टी निकालने के लिए ज्यादा संसाधनों की आवश्यकता है. इसके लिए यह प्रोविजन रखा गया है.
निगम ने ज्यादा संसाधनों की आवश्यकता का तर्क विज्ञप्ति के पीछे दिया है उधर, जिन लोगों के घर, वाहन और सामान मिट्टी में दबे हुए हैं, वो अभी भी परेशान है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या जयपुर जिला प्रशासन और नगर निगम के पास इतने कम संसाधन है, जो 5 दिन बाद भी इन 3 कॉलोनियों में जमी मिट्टी नहीं हटा पाए. अगर ऐसा है तो शहर के बाकी इलाकों में राहत कार्य भगवान भरोसे ही नजर आते हैं.