जयपुर. आगामी 14 सितंबर से शुरू होने वाले लोकसभा सत्र के दौरान राजस्थान से जुड़े कई मामले भी सदन में उठाए जाएंगे. हालांकि इस बार लोकसभा सत्र के दौरान प्रश्नकाल नहीं होगा, लेकिन शून्यकाल में पर्ची के जरिए राजस्थान से जुड़े मुद्दे उठाए जाएंगे. खास तौर पर बिजली उपभोक्ता, किसानों के हित से जुड़े मामले के साथ ही बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे भी सदन में प्रमुखता से उठाए जाएंगे. यह कहना है जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा का.
'रामगढ़ बांध में पानी आ सके इसका प्रयास रहेगा'
ईटीवी भारत से खास बातचीत में सांसद रामचरण बोहरा ने बताया कि प्रदेश में कई ज्वलंत समस्या है, जिसका समाधान प्रदेश सरकार के स्तर पर ही होगा. लेकिन पेयजल से जुड़ी समस्या के समाधान के लिए वे सदन में आवाज उठाएंगे. खास तौर पर जयपुर के रामगढ़ बांध और कालका बांध में एक बार फिर पानी आ सके इसके लिए केंद्र की मदद से प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा. सदन में मौका मिलने पर प्राथमिकता से यह विषय उठाएंगे.
'बिगड़ती कानून व्यवस्था और बिजली के बढ़े बिलों को लेकर रखेंगे बात'
राजस्थान में भाजपा विपक्ष के नाते बिगड़ी कानून व्यवस्था और बिजली के बढ़े हुए बिलों सहित कई मुद्दे लगातार उठा रही है क्योंकि ये सभी राज्य सरकार के अधीन आते हैं. लेकिन सांसद बोहरा का कहना है कि लोकसभा में भी शून्य काल के दौरान यह मामला उठाया जाएगा. केंद्र सरकार से आग्रह किया जाएगा कि इन मामलों में हस्तक्षेप कर राज्य सरकार को बाध्य किया जाए की बिगड़ती कानून व्यवस्था में सुधार करें.
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बिजली के बढ़े हुए बिल के मामले में सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि वह केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से बात कर चाहेंगे कि सभी प्रदेशों के लिए एक ही नियामक आयोग का गठन किया जाए ताकि आम उपभोक्ताओं की सुनवाई उसके अधीन हो. हालांकि बोहरा से पूछा गया कि प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री कहते हैं कि केंद्र सरकार यदि बिजली के बिलों में लगने वाले फिक्स चार्ज का पुनर्भरण कर दें तो उपभोक्ताओं को प्रदेश सरकार राहत दे सकती है, तब बोहरा ने कहा कि वह सीधे तौर पर राज्य से जुड़ा मामला है लेकिन इसका प्रयास करेंगे.
'लोकसभा में कोरोना कुप्रबंधन का मुद्दा भी उठेगा'