जयपुर. रामगढ़ बांध में अतिक्रमण हटाने को लेकर चल रहा राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का आंदोलन अब सचिवालय तक पहुंच गया है. किरोड़ी लाल मीणा मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ सचिवालय पहुंचे और मुख्य सचिव से मुलाकात कर ज्ञापन दिया. इस दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि प्रदेश में 37 फीसदी से अधिक बारिश हुई है. प्रदेश के सभी बड़े बांध लबालब हो चुके हैं, लेकिन जयपुर की प्यास बुझाने वाला रामगढ़ बांध खुद प्यासा रह गया.
रामगढ़ बांध अतिक्रमण मामले में सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने मुख्य सचिव को दिया ज्ञापन उनका कहना रहा कि सरकार की इच्छाशक्ति नहीं होने के कारण जो रामगढ़ बांध के ऊपर अतिक्रमण हैं, वह नहीं हटाए गए. इसकी वजह से रामगढ़ बांध में पानी की आवक नहीं हुई है. इतना ही नहीं रामगढ़ बांध के ऊपर सड़क बना दी गई. जिसकी वजह से जो पानी का बहाव रामगढ़ बांध की तरफ होना था, वह रामगढ़ बांध की तरफ ना होकर पास के गांव की तरफ हो गया. जिससे उस गांव में आठ-आठ फीट पानी भर गया.
यह भी पढ़ें : PM मोदी ने उड़ाई विदेश नीति की धज्जियां : गहलोत
किरोड़ी लाल मीणा ने ज्ञापन के जरिए सरकार को चेतावनी दी कि अगर रामगढ़ बांध के ऊपर हो रखे रसूखदारों के अतिक्रमण को नहीं हटाया गया तो वो अपने समर्थकों के साथ उन अवैध निर्माणों का घेराव करेंगे और उन्हें हटाने के लिए सरकार को मजबूर करेंगे. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि रामगढ़ बांध के ऊपर कई राजनेताओं, ब्यूरोक्रेट्स के फार्म हाउस बने हुए हैं, जिन्हें हटाया नहीं जा रहा है.
यह भी पढ़ें : स्पेशल स्टोरी: 1.90 लाख उज्ज्वला गैस कनेक्शन बांटे, रिफिल के पैसे नहीं इसलिए चूल्हें पर बनता है खाना
उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने इस पूरे मामले पर संज्ञान लिया हुआ है. हाईकोर्ट की ओर से बार-बार निर्देश दिए जाने के बाद भी सरकार उन रसूखदारों के अतिक्रमण को नहीं हटा रही है. किरोड़ी लाल मीणा ने इस दौरान नदी से नदी जोड़ने के अभियान को लेकर भी कहा कि सरकार चाहे तो अन्य राज्यों से जुड़ने वाली नदियों को राजस्थान से जोड़ सकती है. जिससे राजस्थान में जो पानी की किल्लत है, वह खत्म हो सकती है.
दरअसल, इससे पहले किरोड़ी लाल मीणा अपने समर्थकों के साथ सिविल लाइन फाटक की ओर कूच किया था, वहां पर उन्हें पुलिस द्वारा रोका गया. उसके बाद किरोड़ी लाल मीणा अपने मांग पत्र को लेकर मुख्य सचिव डीबी गुप्ता से मिलने सचिवालय पहुंचे. यहां पर मुख्य सचिव डीबी गुप्ता के साथ यूडीएच एसीएस भास्कर सावंत, पीएचडी एसीएस दिनेश वर्मा सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे.