जयपुर. आमागढ़ विवाद (Amagarh dispute) लगातार गहराता जा रहा है. जहां बीते दिनों आदिवासी मीणा समाज की ओर से 1 अगस्त को आमागढ़ जाने का आह्वान किया गया था. ऐसे में पुलिस ने मामले में आमागढ़ क्षेत्र को वन क्षेत्र बताते हुए आम आदमी के जाने पर पाबंदी लगा दी है. इस संबंध में पुलिस ने एक निर्देश भी जारी किया हैं. वहीं दूसरी ओर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी 1 अगस्त को आमागढ़ क्षेत्र में मीणा समाज का झंडा फहराने और पूजा अर्चना करने की चेतावनी दी है. इसे देखते हुए पुलिस और भी ज्यादा सतर्क हो गई है.
पिछले दिनों आमागढ़ क्षेत्र स्थित मंदिर से एक पक्ष ने भगवा ध्वज लहराया था. जिसके बाद दूसरे पक्ष ने ध्वज को हटा दिया था. भगवा ध्वज हटाने के मामले में रामकेश मीणा ने विवादित बयान भी दिया था. उन्होंने कहा था कि मीणा समाज हिंदू नहीं है. इस विवाद को लेकर भाजपा नेताओं ने धरना-प्रदर्शन भी किया था. आदिवासी मीणा समाज ने 1 अगस्त को आमागढ़ में जुटने का आह्वान किया है. इसे देखते हुए एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने इसे वन क्षेत्र बताते हुए आम आदमी के वहां आने-जाने पर पाबंदी लगा दी है.
साथ ही कहा है कि पुलिस के अलावा वन विभाग के कर्मचारी ही वहां आ-जा सकते हैं. राहुल प्रकाश ने चेतावनी दी है कि यदि आमागढ़ क्षेत्र में किसी ने जबरन घुसने की कोशिश की और कानून का उल्लंघन किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. शुक्रवार को राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी पुलिस कमिश्नरेट का घेराव कर शहीद स्मारक पर लोगों को संबोधित किया. इस दौरान घोषणा की कि 1 अगस्त को वह अपने समर्थकों के साथ आमागढ़ में मीणा समाज का झंडा फहरा कर वहां पूजा करेंगे. आमागढ़ क्षेत्र में भगवा ध्वज विवाद को लेकर दोनों पक्षों की ओर से ट्रांसपोर्ट नगर थाना में मामला भी दर्ज किया गया है. इस मामले में जांच चल रही है.