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Hanuman Beniwal in Lok Sabha: सेना भर्ती परीक्षा व भर्ती रैलियों के आयोजन और जोधपुर एम्स में नियम विरुद्ध भर्ती का उठाया मामला - etv bharat rajasthan news

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा में राजस्थान में नई सेना भर्तियों के आयोजन करने और पूर्व में हो चुकी भर्तियों की (MP Hanuman Beniwal raised issues in lok sabha) लंबित परीक्षा को करवाने की मांग की है. साथ ही जोधपुर एम्स के निदेशक की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए.

MP Hanuman Beniwal raised issues in lok sabha
सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा में उठाया सेना भर्ती का मामला

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Published : Dec 6, 2021, 8:44 PM IST

जयपुर. नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल (MP Hanuman Beniwal raised issues in lok sabha) ने राजस्थान में नई सेना भर्तियों के आयोजन करने और पूर्व में हो चुकी भर्तियों की लंबित परीक्षा को करवाने की मांग की है. बेनीवाल ने सोमवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाते हुए रक्षा मंत्री का ध्यान आकर्षित किया.

बेनीवाल ने लोकसभा में उठाया सेना भर्ती का मामला

सांसद बेनीवाल ने कहा की राजस्थान में जोधपुर सेना भर्ती कार्यालय की (Hanuman Beniwal On Army Recruitment Exam) ओर से उदयपुर में 8 से 27 फरवरी 2021 तक प्रदेश के 11 जिलों के लिए सेना भर्ती हुई थी. जिसमें बाड़मेर, जैसलमेर, सिरोही, जोधपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर, प्रतापगढ़, पाली और जालौर सहित नागौर जिले के अभ्यर्थी शामिल हुए थे. इस भर्ती में ग्राउंड फीट युवाओं की लिखित परीक्षा 25 अप्रैल को होनी थी, लेकिन अब तक करीब 7 बार इस लिखित परीक्षा को स्थगित किया जा चुका है, अभी तक भी यह परीक्षा नहीं हुई है.

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बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश के जयपुर सेना भर्ती कार्यालय की ओर से जयपुर में 31 मार्च 2021 तक और कोटा सेना भर्ती कार्यालय की ओर से 11 जुलाई से 2 अगस्त 2021 तक अजमेर में सेना भर्ती रैली हुई थी. इन दोनों भर्ती की लिखित परीक्षा भी अभी तक नहीं करवाई गई हैं.

वहीं कोटा एआरओ की भर्ती में आठ जिले जिनमें अजमेर, बारां, बूंदी, भीलवाड़ा, चितौड़गढ़, झालावाड़, कोटा और राजसमंद के जिलों की भर्ती हुई. साथ ही इसी भर्ती में कुछ पदों पर पूरे प्रदेश के युवाओं ने भाग लिया था और इसी तरह जयपुर सेना भर्ती में जयपुर, सीकर और टोंक जिले के युवाओं ने भाग लिया था. लेकिन अभी तक इन तीनों सेना भर्तियों की लिखित परीक्षा नहीं कराई गई है. इसलिए मेरी मांग है कि ये परीक्षाएं जल्द से जल्द करवाई जाएं.

सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि रिक्रूटिंग वर्ष 2020 के तहत प्रदेश के पांच में से सिर्फ तीन सेना भर्ती कार्यालय जयपुर, जोधपुर और कोटा के तहत आने वाले जिलों के युवाओं की ही सेना भर्ती कराई गई, जबकि शेष दो सेना भर्ती कार्यालय अलवर और झुंझुनूं की सेना भर्ती नहीं कराई गई. जिसमें अलवर सेना भर्ती में प्रदेश के भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, दौसा और अलवर के युवाओं की भर्ती नहीं हुई.

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वही झुंझूनूं सेना भर्ती कार्यालय के तहत आने वाले जिले हनुमानगढ़, गंगानगर, चुरू, झूंझुनूं और बीकानेर के युवाओं के लिए साल 2020 में सेना भर्ती नहीं करवाई गई. अब साल 2021 भी खत्म होने को आया है और अभी तक भी इनकी सेना भर्ती नहीं करवाई गई है. ऐसे में देश सेवा का जज्बा लिए हजारों युवा समय पर सेना भर्ती नहीं होने से ओवर एज हो गए हैं, इसलिए इन युवाओं को कम से कम दो साल उम्र में छूट प्रदान की जाए.

नागौर में राष्ट्रीय महत्व का चिकित्सा और फार्मा का संस्थान खोलने की मांग

नागौर से लोक सभा सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोमवार को लोक सभा मे राष्ट्रीय औषध शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (संशोधन) विधेयक 2021 पर हुई चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि भारत वैश्विक फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है. यदि सही कदम उठाए जाएं और उपयुक्त तरीके से संपोषण किया जाए तो भारत वैश्विक फार्मास्यूटिकल बाज़ार में अग्रणी देश बन सकता है.

उन्होंने कहा की भारत के फार्मा सेक्टर में जो समस्याएं हैं उनके समाधान पर गौर करने की जरूरत है. भारत श्रमशक्ति और प्रतिभा के मामले में तो समृद्ध है, लेकिन फिर भी नवाचार अवसंरचना के क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है. इसलिए सरकार को भारत के नवाचार के विकास के लिए अनुसंधान पहलों और प्रतिभा में निवेश करने की आवश्यकता है.

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सांसद ने एक रिपोर्ट के हवाले से कहा की भारत सक्रिय दवा सामग्री (API) और अन्य मध्यवर्ती सामग्रियों के लिये अन्य देशों पर बहुत अधिक निर्भर है. 80 फीसदी एपीआई चीन से आयात किए जाते हैं. इसके कारण ही भारत आपूर्ति में व्यवधान और अप्रत्याशित मूल्य उतार-चढ़ाव का शिकार होता है. इसको लेकर आपूर्ति को स्थिर करने के लिये आंतरिक सुविधाओं के क्षेत्र में बुनियादी ढांचे में सुधार लाया जाना आवश्यक है.

सांसद ने बिल का समर्थन करते हुए कहा की दृष्टिकोण में परिवर्तन लाना और प्रौद्योगिकी के उपयोग में वृद्धि करना वर्तमान समय की मांग थी और इस बड़े विजन के साथ स्वास्थ्य मंत्री यह बिल लेकर आए हैं. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से नागौर में राष्ट्रीय स्तर का फार्मा संस्थान खोलने की भी मांग की.

नकली दवाओं पर लगे रोक

सांसद ने कहा की आज नकली दवाओं का बढ़ता कारोबार बहुत बड़ी चिंता का विषय है. उन्होंने एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के हवाले से कहा की नकली दवा का कारोबार कोरोना जैसे संकट काल में भी देखने को मिला. जहां नकली रेमडेसिविर बेचने वाली सूरत की गैंग से खुलासा हुआ कि कोरोना की दूसरी लहर में वह एक लाख से ज्यादा नकली इंजेक्शन पूरे देश में विक्रय कर चुके थे.

वहीं उन्होंने 13 फरवरी 2021 को एक समाचार चैनल की खबर का हवाले देते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा था कि भारत में कोरोना वायरस के नाम पर नकली दवाएं बड़े पैमाने पर बिक रही हैं.

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उनका कहना था कि घटिया केमिकल, बहुत कम केमिकल या बगैर जरूरी केमिकल के ही बनाई गई दवाओं के साथ एक्सपायर्ड दवाओं का कारोबार भी बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि भारत समेत लोअर और मिडिल इनकम वाले देशों में नकली दवाओं का कारोबार 30 अरब डॉलर तक पहुंच गया जो की चिंताजनक है. इसलिये कड़े कानून की जरूरत है.

साथ ही सांसद ने कहा कि फार्मासिस्ट हेल्थ केयर सिस्टम को डॉक्टर और मरीज के मध्य संयोजक की कड़ी माना जाता है. ऐसे में उनके स्थाई रोजगार, सरकारी चिकित्सा संस्थानों में उनकी पद वृद्धि और सरकारी संस्थानों में उनकी अनिवार्य उपलब्धता को लेकर राज्य पालना करे इसकी सुनिश्चितता करने की जरूरत है.

एम्स जोधपुर के निदेशक की कार्यशैली पर उठाए सवाल

हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान के जोधपुर में स्थित एम्स अस्पताल के निदेशक की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए. कहा कि पिछले कुछ वर्षों में एम्स जोधपुर में संविदा आधारित भर्तियों में भारी गड़बड़ियां हुई हैं, जिसकी जांच करवाई जाए. साथ ही एम्स अस्पताल के चिकित्सक के आत्महत्या के मामले और कोरोना से एम्स में हुई मौतों पर भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का ध्यान आकर्षित किया.

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