जयपुर. ग्रेड पे 3600 सहित अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 15 फरवरी से शहीद स्मारक पर चल रहा पटवारियों का आंदोलन शुक्रवार को भी जारी रहा. राजस्थान पटवार संघ का आरोप है कि सरकार हठधर्मिता पर उतर आई है और इसलिए वार्ता आगे नहीं बढ़ पा रही. अपनी रणनीति का खुलासा करते हुए राजस्थान पटवार संघ का कहना है कि आने वाले दिनों में वे किसान संवाद कार्यक्रम भी आयोजित करेंगे और अपनी बात किसानों के सामने रखेंगे.
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राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार निमिवाल का कहना है कि सरकार एक अजीब माहौल बनाने की कोशिश कर रही है. जब हम वार्ता के लिए जाते हैं तो हमें कहा जाता है कि सरकार सैद्धांतिक रूप से आप की मांगों को लेकर सहमत है. यदि पटवारियों को ग्रेड पे 3600 दी जाती है तो दूसरे कैडर को भी ग्रेड पे 30600 देनी पड़ेगी.
राजेंद्र निमिवाल ने कहा कि यदि कोई सरकार के पास न्याय मांगने जाता है और सरकार मानती है कि इसके साथ अन्याय हुआ है, फिर भी वह उसके साथ न्याय नहीं कर रही. वह भी इसलिए कि अन्य लोग भी सरकार के पास आएंगे जिनके साथ अन्याय हुआ है. सरकार का यही रवैया गैर जिम्मेदाराना है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में राजस्थान पटवार संघ किसानों से संवाद कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिसमें किसानों को सरकार की नीतियों के बारे में बताएंगे. साथ ही यह जानकारी भी दी जाएगी कि किस तरह से सरकार ने किसानों के काम रोके हुए हैं.
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सरकार देश के किसानों का समर्थन कर रही है, दूसरी ओर किसान दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है. पटवारियों के आंदोलन के चलते क्रॉप कटिंग नहीं हो पा रही और क्रॉप कटिंग नहीं होने के चलते किसानों को प्रधानमंत्री बीमा योजना का एक पैसा भी नहीं मिल पाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्व मंत्री किसानों के पास जाकर उन्हें गुमराह कर रहे हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री बीमा फसल योजना का लाभ दिया जाएगा.
सरकार के पटवारियों के खिलाफ होने के सवाल पर राजेंद्र निमिवाल ने कहा कि सरकार हमारे खिलाफ नहीं है. सरकारी नुमाइंदे सरकार को गुमराह कर रहे हैं. सरकारी नुमाइंदों को नियमों के बारे में पूरी जानकारी ही नहीं है. नियमों में साफ लिखा हुआ है कि म्यूटेशन चढ़ाने का अधिकार केवल पटवारियों को ही है तो कलेक्टर किस नियम के तहत म्यूटेशन चढ़ा रहा है. नियम बनाने वाले ही नियम तोड़ रहे हैं. अधिकारी कर्मचारियों को एक रास्ता दिखा रहे हैं कि वे नियमों को नहीं मानते हैं, इसलिए कर्मचारी भी नियमों को नहीं माने.
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सरकार से वार्ता की पहल को लेकर राजेंद्र निमिवाल ने कहा कि राजस्थान पटवार संघ कभी भी संवाद से नहीं भागा है और वह आगे भी सरकार से वार्ता करने के लिए तैयार है. सरकार केवल कमेटी के नाम पर एक झुनझुना राजस्थान पटवार संघ को देना चाहती है, जिसके लिए वे तैयार नहीं है. सरकार में राजनीतिक असंतोष पनप रहा है, जिसके चलते वह कमेटियां बनाकर अपने लोगों को वहां सेट करने की कोशिश कर रही है.
निमिवाल ने कहा कि सरकार जनता की गाढ़ी कमाई को कमेटियों के नाम पर उड़ाना चाहती है. राजेंद्र निमिवाल ने साफ किया कि जब तक सरकार हमारी तीनों मांगें नहीं मानेगी तब तक चाहे होली आये चाहे दिवाली राजस्थान पटवार संघ यहीं बैठकर सरकार के खिलाफ आक्रोश जताते रहेगा.