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किसान महापंचायत का आंदोलन स्थगित, सरकार के साथ कई मुद्दों पर बनी सहमती

फसल खराबी का मुआवजा नहीं मिलने के विरोध में किसान महापंचायत के बैनर तले होने वाला आंदोलन स्थगित हो गया है. सहकारिता रजिस्ट्रार नीरज के पवन और किसान प्रतिनिधियों के बीच सहकार भवन में हुई बैठक सकारात्मक रही.

Kisan Mahapanchayat, किसान महापंचायत का आंदोलन

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Published : Oct 10, 2019, 9:33 PM IST

जयपुर. राजस्थान में किसान महापंचायत के बैनर तले जारी किसान आंदोलन स्थगित हो गया है. किसानों की मांगों को लेकर जिन मुद्दों पर वार्ता हुई उन पर सहकारिता विभाग की और से सहमती प्रकट करने के बाद किसान नेता रामलाल जाट ने आंदोलन स्थिगत करने का फैसला किया है.

रजिस्ट्रार और किसान प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता में बनी सहमती

सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार नीरज के पवन ने बताया कि किसान महापंचायत की मांगे जिनमें वर्ष भर उपज की खरीद शुरू रखने, फसल खराबे का मुआवजा, कुछ किसानों का भुगतान नही होने, खरीद के एफएक्यू मानक में परिवर्तन, प्रत्येक ग्राम सेवा सहकारी समिति को खरीद केन्द्र बनाने, पीएम आशा योजना की गाइड लाइन में परिवर्तन, खराबे का बीमा क्लेम व राष्ट्रीय आपदा तथा राज्य आपदा कोष से मुआवजा, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संबंधित भुगतान की जानकारी सहित अन्य बिन्दुओं पर किसान प्रतिनिधियों के साथ सकारात्मक वार्ता हुई.

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वार्ता में संबंधित बिन्दुओं पर सरकार की ओर से की जा रही कार्यवाही पर आपसी सहमति बनी है. वार्ता के बाद पत्रकारों से रूबरू हुए किसान महापंचायत के संरक्षक व अध्यक्ष रामपाल जाट ने बताया कि किसानों से जुड़ी तमाम मांगों पर सरकार ने सहमति जता दी है वहीं केंद्र सरकार के स्तर पर जिन योजनाओं की गाइड लाइन में तब्दीली की जाना है.

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उस संबंध में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है जाट के अनुसार यदि प्रधानमंत्री की ओर से इस संबंध में सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया तो किसान आंदोलन की राह पर अग्रसर होगा. वार्ता में प्रबंध निदेशक राजफैड़, सुषमा अरोड़ा, प्रबंध निदेशक अपेक्स बैंक इन्दर सिंह सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और किसान प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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