जयपुर. एयरपोर्ट से करीब 90 चार्टर प्लेन का आगमन हो चुका है. मुख्य रूप से उद्योगों से जुड़े लोग चार्टर प्लेन का उपयोग करते हैं, लेकिन पिछले दो माह के अंतर्गत जयपुर एयरपोर्ट पर पॉलिटिकल मूवमेंट में भी चार्टर प्लेन लगातार एयरपोर्ट पर आए हैं. पिछले महा राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस और भाजपा विधायकों की बड़ेबंदी भी हुई थी.
इस दौरान कांग्रेस के दो नेताओं को जिम्मेदारी भी दी थी. इन नेताओं के सभी तरह के मूवमेंट चार्टर प्लेन के जरिए जयपुर में हुए थे. अब राज्य में पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा सरकार को समर्थन नहीं देने के बाद एक और सियासी संकट राजस्थान में खड़ा हुआ है.
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लगातार कांग्रेस नेताओं का मूवमेंट चार्टर प्लेन के जरिए जयपुर एयरपोर्ट पर हो रहा है. एक चार्टर्ड विमान को किराए पर लेने का खर्चा प्रति घंटे करीब ढाई से 3 लाख के बीच में बताया जाता है. राजनीतिक दल आम तौर पर दिल्ली के चार्टर विमान उपलब्ध कराने वाले एविएशन कंपनियों से विमान किराए पर लेती है. जिसमें रणदीप सिंह सुरजेवाला और टीएस सिंह देव ने दो चार्टर विमानों का उपयोग किया है.
जिसके बाद शुक्रवार को कांग्रेस के विधायकों चार्टर विमान के जरिए जयपुर से जैसलमेर भी शिफ्ट किया गया है. इनमें एक चार्टर विमान दिल्ली की हिमालय पुत्र एविएशन कंपनी का है, तो दूसरा चार्टर विमान दिल्ली की सराय एविएशन कंपनी का है. हालांकि केसी वेणुगोपाल त्रिवेंद्रम से बीएसआर वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के चार्टर विमान से भी जयपुर आए थे. तीनों कंपनियों ने राजनेताओं से प्रति घंटे के हिसाब से ढाई से 3 लाख का किराया तक भी वसूला था.