जयपुर.राजधानी के प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश मंदिर के पट दर्शनों के लिए 18 सितंबर को नहीं खोले जाएंगे. प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते ऐसा फैसला लिया गया है. गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है और आंकड़ा एक लाख के पार हो चुका है. ऐसे में मंदिर प्रशासन ने कई चिकित्सकों और प्रभुद्धजनों की राय लेकर एक फिलहाल मंदिर नहीं खोलने का फैसला लिया है.
जयपुर: 18 सितंबर को नहीं, अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में भक्तों के लिए खुल सकते हैं मोती डूंगरी मंदिर के कपाट
बढ़ते संक्रमण के चलते जयपुर के प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश मंदिर के पट दर्शनों के लिए 18 सितंबर को नहीं खोले जाएंगे. मंदिर प्रबंधन ने सभी वरिष्ठजनों की राय लेकर मंदिर के कपाट 1 अक्टूबर 2020 तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है. साथ ही मंदिर प्रशासन ने ये भी निर्णय लिया कि अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में कोरोना महामारी के प्रभाव का अवलोकन कर भगवान के दर्शन को खोलने का निर्णय लिया जाएगा.
मोती डूंगरी के महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि पहले 18 सितंबर को मंदिर खोलने की एक राय बनी थी, लेकिन अब कोरोना संक्रमण काफी बढ़ चुका है. ये अब सामाजिक संक्रमण की ओर अग्रसित हो रहा है. ऐसे में मंदिर प्रबंधन ने सभी वरिष्ठजनों की राय लेकर मंदिर के कपाट 1 अक्टूबर 2020 तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है. साथ ही मंदिर प्रशासन ने ये भी निर्णय लिया कि अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में कोरोना महामारी के प्रभाव का अवलोकन कर भगवान के दर्शन को खोलने का निर्णय लिया जाएगा.
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महंत महंत कैलाश शर्मा का कहना है कि जन हानि सबसे बड़ी हानि होती है. ऐसे में 'जान है तो जहान है'. इसके चलते मंदिर जन हानि का भागीदार नहीं बनना चाहता. ऐसे में अगर सब कुछ व्यवस्थित रहा तो मंदिर के पट अक्टूबर के पहले सप्ताह तक खोले जा सकते हैं. बता दें कि राज्य सरकार के 7 सितंबर से सभी धार्मिक स्थलों को दर्शनों के लिए खोलने के आदेश के बाद शहर के आराध्य गोविंद देवजी और प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश मंदिर भक्तों के लिए बंद हैं. वहीं, सभी भक्तों को मंदिर खुलने का इंतजार है.