जयपुर: पिछले कुछ दिनों में राजधानी समेत प्रदेश के तमाम जिलों ने झमाझम बारिश का आनंद भी उठाया है और भारी दिक्कतों का भी सामना किया है. राजस्थान के कोटा में तबाही का मंजर रूह कंपाने वाला रहा. IMD के मुताबिक अब मानसून की मेहरबानी पर ब्रेक लगने वाला है. विभाग के अनुसार 10 अगस्त से प्रदेश में मानसून की गतिविधियों में कमी आनी शुरू हो जाएगी.
मध्य प्रदेश का असर कोटा संभाग पर: मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा की मानें तो, मध्य प्रदेश के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र आज कमजोर होकर सरकुलेशन में परिवर्तित हो गया है. इस सिस्टम का असर कोटा संभाग में देखने को मिलेगा. जहां आगामी 24 घंटों के दौरान ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की जा सकती है.
एक-दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. विभाग के मुताबिक, 10 अगस्त से मानसून ट्रफ लाइन के हिमालय की तरफ आगे बढ़ने से पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बढ़ेगा. जिसके परिणाम स्वरूप राज्य के ज्यादातर भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी आनी शुरू हो जाएगी.
हल्की से मध्यम बारिश होगी आज: पूर्वानुमान है कि 10 अगस्त से 17 अगस्त के दौरान राज्य के अधिकतम स्थानों पर मौसम शुष्क रहेगा. पूर्वी राजस्थान की बात करें तो जयपुर, भरतपुर, कोटा संभागों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है. वहीं, पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर संभाग में आगामी 10 और 12 दिन मौसम के शुष्क बने रहने की संभावना जताई गई है. बीकानेर संभाग के जिलों में आगामी 2 दिनों में छुटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश का अनुमान है.
मौसम विभाग ने इन जिलों में जारी करा अलर्ट : मौसम विभाग ने प्रदेश के पूर्वी राजस्थान के कोटा, बारा, बूंदी, झालावाड़ जिले में आगामी 24 घंटे के दौरान भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया है. विभाग का मानना है, कि इन जिलों में 150 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की जा सकती है.