जयपुर.राजधानी जयपुर के बीलवा स्थित कोविड सेंटर में मॉनिटर लिजर्ड आने से हड़कंप मच गया. मॉनिटर लिजर्ड यानी गोहरा डॉक्टर के रूम में घुस गया, जिससे दहशत का माहौल बन गया. मॉनिटर लिजर्ड को देखकर डॉक्टरों में अफरा-तफरी मच गई. इसकी सूचना वन विभाग को दी गई. सूचना मिलते ही वन विभाग, सिविल डिफेंस और रक्षा संस्थान के वॉलिंटियर्स मौके पर पहुंचे.
रक्षा संस्थान और वन विभाग की टीम ने मॉनिटर लिजर्ड को पकड़ने का प्रयास किया तो मॉनिटर लिजर्ड स्टोर में पड़ी सीमेंट की चद्दर के नीचे छुप गया. एनडीआरएफ टीम की सहायता से करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद चद्दर हटाई गई. रक्षा संस्थान के वॉलिंटियर्स ने मौके पर पहुंचकर मॉनिटर लिजर्ड को रेस्क्यू किया. मॉनिटर लिजर्ड का रेस्क्यू होने के बाद सभी ने राहत की सांस ली. मॉनिटर लिजर्ड यानी गोहरा रक्षा संस्थान के सेंटर पर 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. इसके बाद प्राकृतिक आवास में रिलीज कर दिया जाएगा. मॉनिटर लिजर्ड यानी गोहरा 2 दिन से कॉविड सेंटर परिसर में आ रहा था और लोगों को भी काफी परेशानी हो रही थी.
रक्षा संस्थान के रोहित गंगवाल के मुताबिक वन विभाग रक्षा संस्थान और एनडीआरएफ के संयुक्त तत्वाधान में राधा स्वामी सत्संग बिलवा के कोविड-19 सेंटर में मॉनिटर लिजर्ड यानी गोहरा घुस गया था, जिसका रेस्क्यू किया गया है. गोहरा 2 दिन से परिसर के अंदर आ रहा था और लोगों को परेशान कर रहा था डॉक्टर्स के चेंबर में घुस गया, जहां अफरा-तफरी मच गई. फिलहाल गोहरा को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है. इसके बाद प्राकृतिक आवास में रिलीज कर दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें-चंद रुपयों के लिए सौदागार बने चाचा और भाई, आहत युवती ने आत्महत्या का किया प्रयास
राजधानी जयपुर में 2 दिन हुई लगातार बारिश के चलते साफ गोहरा जैसे जहरीले जानवर बिलो से बाहर निकल गए. रोहित गंगवाल ने जयपुर वासियों से अपील की है कि किसी भी तरह का सरीसृप घर पर आ जाए, तो तुरंत रक्षा हेल्पलाइन नंबर 9828500065 पर सूचना दे सकते हैं. क्षेत्रीय वन अधिकारी जनेश्वर चौधरी के मुताबिक मॉनिटर लिजर्ड को सफलतापूर्वक बिलवा कोविड सेंटर से रेस्क्यू किया गया है. वन विभाग सिविल डिफेंस की टीम और रक्षा एनजीओ के संयुक्त तत्वाधान में मॉनिटर लिजर्ड का रेस्क्यू किया गया है. मॉनिटर लिजर्ड को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन रखा जाएगा. इसके बाद इस को झालाना जंगल में रिलीज किया जाएगा.