राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

सपा विधायक ने योगी सरकार की खोली पोल, पीजीआई डायरेक्टर ने दी सफाई - sp mlc sunil singh sajan

सपा एमएलसी सुनील सिंह साजन ने पीजीआई में चल रहे कोविड-19 अस्पताल को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि मंत्री चेतन चौहान का निधन कोरोना से नहीं, बल्कि पीजीआई की अव्यवस्था के चलते हुआ है. वहीं PGI के डायरेक्टर प्रोफेसर आर.के. धीमन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए उन आरोपों का खंडन किया है.

sp mlc sunil yadav, चेतन चौहान
सपा MLC ने सदन में खोली सरकार की पोल

By

Published : Aug 23, 2020, 10:01 AM IST

जयपुर/लखनऊ: विधानसभा में सपा एमएलसी सुनील सिंह साजन ने संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट में चल रहे कोविड-19 अस्पताल में कोरोना वायरस के इलाज में चल रही अव्यवस्थाओं को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि सरकार के मंत्री रहे चेतन चौहान का निधन कोरोना वायरस से नहीं, बल्कि पीजीआई की अव्यवस्था के चलते हुआ है. वहीं एसजीपीजीआई के डायरेक्टर प्रोफेसर आर.के. धीमन ने सपा एमएलसी के लगाए आरोपों का खंडन किया है.

सपा MLC ने सदन में खोली सरकार की पोल

सपा एमएलसी सुनील साजन ने विधानसभा सत्र में उठाए सवाल

सुनील सिंह साजन ने बताया कि वह PGI के जिस वार्ड के बेड नंबर 13 पर थे, उसी वार्ड में बेड नंबर 14 पर सैनिक कल्याण व होमगार्ड मंत्री रहे चेतन चौहान भी भर्ती थे. साजन ने बताया कि चौहान के भर्ती होने के बाद वार्ड के दरवाजे पर पहुंची डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम ने वहीं से पूछा चेतन कौन हैं? इस पर मंत्री ने हाथ हिलाकर इशारा किया. इसके बाद टीम ने पूछा, चेतन आपको कब हुआ कोरोना? इस पर उन्होंने डॉक्टरों को अपनी बात बताई. इसके बाद चिकित्सीय टीम के एक स्टाफ ने उनसे पूछा चेतन तुम क्या करते हो? उन्होंने बताया कि मैं कैबिनेट मंत्री हूं. इस पर उनसे पूछा गया कहां के? जब उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के तो इस पर भी पीजीआई की टीम ने नरमी नहीं दिखाई.

सपा MLC के बयान पर PGI के डायरेक्टर ने दी सफाई

बकौल साजन, 'मैं इस सोच में पड़ गया कि कैसे ये लोग एक मंत्री से ऐसी बदतमीजी से बात कर सकते हैं, लेकिन मुझे भरोसा हुआ कि मंत्री ने जब कहा कि वे यूपी के कैबिनेट मंत्री हैं तो शायद वे चेतन जी कहेंगे या सम्मान से बात करेंगे. इतना सब सुनने के बाद भी जब पीजीआई के स्टाफ ने कहा- चेतन, तुम्हारे घर में और कौन संक्रमित है? तब ये सुनकर मुझे गुस्सा भी आया, दुख भी हुआ और सरकार पर भी गुस्सा आया.

यह भी पढ़ें.पूनिया ने कांग्रेस सरकार पर साधा निशाना, कहा- आरोप-प्रत्यारोप इनकी फितरत बन चुकी है

सुनील साजन ने कहा- तो क्या उत्तर प्रदेश में सिर्फ सीएम योगी आदित्यनाथ का सम्मान होगा? अगर किसी मंत्री को कोरोना हो जाए तो उनके साथ कैसा व्यवहार होगा ये आप सोच नहीं सकते. उन्होंने सदन में कहा, हम भगवान से प्रार्थन करेंगे की किसी को कोरोना न हो. बकौल साजन,'' जब मैं अपना गुस्सा रोक नहीं पाया तब मैंने डॉक्टर से कहा- क्या आप जानते हैं ये कौन हैं? मैंने कहा- ये वो चेतन हैं, जो देश के लिए क्रिकेट खेलते थे. फिर डॉक्टर ने कहा- अच्छा ये वो चेतन हैं. इतना कहते हुए पूरा स्टाफ बाहर चला गया. सुनील साजन ने कहा, चेतन चौहान दो दिन तक हमारे बगल में रहे. वो जो घुटन महसूस कर रहे थे और कोई नहीं कर सकता. कोरोना से नहीं बल्कि सरकार की अव्यवस्था से उनकी जान गई है.

पांच बार में भी नहीं हो सका कोरोना टेस्ट

साजन ने कहा कि मैं 19 दिन तक एडमिट था. 11वें दिन सुबह दूसरा टेस्ट हुआ. मैं पॉजिटिव हुआ, फिर टेस्ट हुआ, फिर पॉजिटिव आया. सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने फोन कर कहा कि आप सरकार की व्यवस्था पर भरोषा न करें घर आ जाएं. मैंने एक और टेस्ट कराने के लिए सोचा. फिर तीसरा टेस्ट हुआ, शाम को उन्होंने रिपोर्ट के बारे में पूछा तो बताया गया कि सैंपल का रैपर बदल गया था.

यह भी पढ़ें.भरतपुर : नदबई पहुंचे विधायक जोगिंदर सिंह अवाना पर भड़के लोग, विरोध का Video Viral

चौथा टेस्ट होने पर जब उन्होंने रिपोर्ट के बारे में पूछा तो बताया गया कि आपका फॉर्म तो वहां चला गया था, लेकिन सैंपल नहीं पहुंचा. फिर मेरा पांचवां टेस्ट हुआ, फिर मैंने बोला- मुझे पीजीआई में इलाज नहीं कराना है, मैं घर पर सरकार की गाइडलाइन का पालन कर ठीक हो जाउंगा.

सपा एमएलसी सुनील साजन के लगाए आरोपों पर SGPGI के डायरेक्टर ने दी सफाई

इस पूरे मुद्दे पर एसजीपीजीआई के डायरेक्टर प्रोफेसर आर.के. धीमन ने बताया कि ऐसी कोई भी शिकायत व सूचना अब तक उन्हें नहीं मिली है कि किसी स्टाफ के द्वारा किसी के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया हो. डायरेक्टर ने सपा नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी का प्रशंसा पत्र दिखाते हुए बताया कि नेता प्रतिपक्ष जब एसजीपीजीआई से डिस्चार्ज हुए तो उन्होंने एसजीपीजीआई के स्टाफ व डॉक्टर्स की तारीफ करते हुए यह लेटर हमें लिखा है.

'लिखित शिकायत मिलने पर होगी जांच'
डायरेक्टर ने बताया कि एसजीपीजीआई के कोविड-19 हॉस्पिटल में बहुत से वीवीआईपी व प्रशासनिक अधिकारियों का इलाज किया गया और वह ठीक होकर अपने घर भी चले गए हैं. प्रोफेसर आर.के. धीमन का कहना है कि जब तक हमें कोई लिखित शिकायत नहीं मिलेगी. हम तब तक कार्रवाई कैसे कर सकते हैं, लेकिन फिर भी मेरे द्वारा इसकी पड़ताल की जाएगी और अगर ऐसा है तो उसे सुधारा जाएगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details