जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से की गई सीएम सलाहकारों की नियुक्तियों पर अब तक भाजपा सवाल उठा रही थी. लेकिन बुधवार को राजस्थान विधानसभा में एक मौका ऐसा भी आया जब सीएम सलाहकार और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा (MLA Sanyam Lodha speak in Rajasthan assembly) ने यह तक कह दिया कि अशोक गहलोत को किसी की सलाह (Sanyam Lodha said cm donot need advice) की जरूरत नहीं है.
विधायक संयम लोढ़ा का यह बयान उस समय आया जब वह सदन में बजट पर चल रहे वाद-विवाद में बोल रहे थे. संयम लोढ़ा ने राज्य बजट की खूबियां गिनाईं. इस दौरान सामने बैठे नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह बार-बार बयान देते थे कि मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां होते ही यह सरकार गिर जाएगी, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार भी हुआ और राजनीतिक नियुक्तियां भी हो गईं तो आपके अरमान तो धरे रह गए.
पढ़ें.Rajasthan Assembly: किसानों के 164 करोड़ रुपये अब तक अटके पड़े, सरकार ने माना बीमा कम्पनी ने रोके पैसे...दो सवाल स्पीकर ने किए स्थगित
सामने बैठे प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आपके सपनों का क्या हुआ मित्र? तब जवाब में संयम लोढ़ा ने कहा कि मेरे सपने यही है कि मैं इस सदन में खड़ा हूं आपके आशीर्वाद से. इस पर सदन में मौजूद नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि यहीं खड़े रहो और कहा कि सीएम इतने कमजोर हैं कि 9-9 सलाहकार रखने पड़ रहे हैं. इस पर संयम लोढ़ा ने कहा कि यह तो आपको भी पता है कि अशोक गहलोत को किसी की सलाह की जरूरत नहीं है.
इस पर विपक्ष के राजेंद्र राठौड़ सहित कुछ विधायकों ने संयम लोढ़ा को कहा तो फिर आप इस्तीफा दे दो. इस पर संयम लोढ़ा ने यह कह दिया कि ऑर्डर तो हो इस्तीफा दे दूंगा. सदन में संयम लोढ़ा और विपक्ष के विधायकों के बीच हुई इस चर्चा के दौरान कई विधायक भी हंसने लगे. राजनीतिक गलियारों में विधायक संयम के इस बयान के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं.