जयपुर. सिविल लाइंस में जिस बंगला नंबर 14 को खाली करने के लिए विधायक नरपत सिंह राजवी के परिवार को सरकार की ओर से नोटिस दिए जा रहे हैं. अब उसी बंगले को विधानसभा सदस्यों के निवासी सुविधा संशोधित नियम और अपनी वरिष्ठता के आधार पर आवंटित करने की मांग विधायक नरपत सिंह राजवी ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से की है. हालांकि, इस मामले में पिछले साल दिसंबर और इस साल मार्च में लिखे पत्र का अब तक जोशी ने कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया है, जिससे नरपत सिंह राजवी ना केवल आहत हैं बल्कि नाराज भी हैं.
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राजवी ने 19 मार्च 2021 को इस मामले में स्पीकर डॉ. सीपी जोशी को पत्र भी लिखा था, जिसमें राजवी ने अपनी नाराजगी भी जताई. लेकिन, अब तक उस पर कोई सकारात्मक निर्णय या जवाब विधानसभा अध्यक्ष की ओर से नहीं आया जिससे विधायक नरपत सिंह राजवी काफी आहत और नाराज हैं. नाराजगी इतनी की राजवी ने यह तक आरोप लगा दिया कि विधानसभा सदस्यों की निवासी सुविधा नियम 1997 के संशोधन के तहत जिन विधायकों को आवास आवंटन का लाभ दिया गया है, उनमें से अधिकतर उनसे छोटे हैं.
राजवी ने स्पीकर से की मांग नरपत सिंह राजवी के अनुसार पिछले 1 साल में कुछ विधायकों को उनके मनपसंद के राजकीय आवास जिनमें से कुछ में वे पूर्व से रह रहे थे उन्हें वो आवंटित करने के लिए सरकार की ओर से उठाए गए कदमों से विधानसभा अध्यक्ष भी अनभिज्ञ नहीं होंगे. राजवी के अनुसार 8 आवास विधानसभा पूल में डाले गए और उनके आवंटन के लिए नियम बनाए गए. इस प्रकार उन विधायकों को उनकी पसंद के बंगले आवंटित कर दिए गए. हालांकि, पत्र में उन विधायकों के नाम का जिक्र नहीं किया गया, लेकिन उसमें भाजपा के विधायक भी शामिल हैं.
राजवी आहत इसलिए भी हैं क्योंकि वो 5 बार विधायक रहे. वहीं, कैबिनेट मंत्री भी रहने का भी मौका उन्हें मिला, लेकिन उक्त 7 विधायकों में नियमों में तय कैटेगरी के अनुसार पूर्व सीएम के बाद प्रदेश में कैबिनेट मंत्री और कम से कम 3 बार विधायक की कैटेगरी में मेरी वरिष्ठता के आधार पर प्रथम स्थान है. लेकिन सरकार को लिखे पत्रों पर कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया. यही कारण है कि राजवी सरकार पर भेदभाव और द्वेषता का आरोप लगा रहे हैं. राजवी ने 13 दिसंबर 2020 को इस मामले में पत्र लिखा था और फिर 19 मार्च 2021 को पत्र लिखा.
भैरो सिंह शेखावत को आवंटित हुआ था बंगला
सिविल लाइन्स का 14 नम्बर बंगला भैरोसिंह शेखावत को बतौर पूर्व मुख्यमंत्री आवंटित किया था, फिर उनके निधन के बाद उपराष्ट्रपति पेंशन अधिनियम के तहत उनकी विधवा पत्नी सूरज कंवर को आवास आवंटित किया गया, लेकिन अब सूरज कंवर का निधन हो चुका है. सरकार की ओर से राजवी परिवार से ये बंगला खाली करवाने का दबाव डाला जा रहा है, जिससे राजवी आहत हैं. नरपत सिंह राजवी स्वर्गीय भैरोसिंह शेखावत के दामाद हैं.