जयपुर. प्रदेश में वन्यजीवों के शिकार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है. आए दिन वन्यजीवों के शिकार के मामले सामने आ रहे हैं. वन विभाग की टीम ने जयपुर के जमवारामगढ़ अभ्यारण क्षेत्र में नीलगाय का शिकार करने के मामले में नाबालिग मुख्य सरगना को निरुद्ध करने में सफलता हासिल की है.
जयपुर: नीलगाय का शिकार करने के मामले में नाबालिग मुख्य सरगना निरुद्ध
वन विभाग की टीम ने जयपुर के जमवारामगढ़ अभ्यारण क्षेत्र में नीलगाय का शिकार करने के मामले में नाबालिग मुख्य सरगना को निरुद्ध करने में सफलता हासिल की है. नीलगाय के शिकार के मामले में दो आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. वहीं, मामले में अभी भी एक आरोपी फरार चल रहा है.
जमवारामगढ़ के क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रेम शंकर मीणा के नेतृत्व में टीम ने मोबाइल लोकेशन और तकनीकी सहायता के आधार पर नीलगाय के शिकार के मामले में आरोपी मुख्य सरगना नाबालिग को निरुद्ध किया है. आरोपी वारदात करने के बाद अपने मामा के घर छुपा हुआ था. क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रेम शंकर मीणा ने दबिश देकर आरोपी को दबोचा है. आरोपी वन्यजीव प्राणियों को अभ्यारण क्षेत्र में शिकार करवा कर उनके मांस को तस्करी कर जयपुर शहर में लाता था. आरोपी की दस्तावेजों में उम्र 17 वर्ष है, लेकिन शिकार के मामले में बड़ा शातिर है. नीलगाय के शिकार के मामले में दो आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. मोहम्मद जैद और मोहम्मद उस्मानउद्दीन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. नीलगाय शिकार के मामले में अभी भी एक आरोपी रामफूल फरार चल रहा है. जिसकी तलाश की जा रही है, फरार आरोपी रामफूल ने ही फायर करके नीलगाय को घायल किया था.
पढ़ें:प्यार में मिला धोखा, प्रेमिका को मारने के लिए खरीद लाया पिस्टल...सिरफिरा आशिक पुलिस की गिरफ्त में
क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रेम शंकर मीणा के मुताबिक नीलगाय का शिकार करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. जिनको न्यायालय ने जेल भेज दिया था. नीलगाय का शिकार करने के मामले में मोहम्मद जैद और उस्मानउद्दीन जेल भेज दिए गए थे. आरोपियों से धारदार हथियार लाइटर और नील गाय का मांस बरामद किया गया था. शिकार के मामले में दो अन्य आरोपी फरार चल रहे थे जिनमें से एक आरोपी नाबालिग को दस्तयाब किया है. वही अभी भी एक अन्य आरोपी फरार चल रहा है, जिसकी तलाश की जा रही है.