जयपुर. जल को लेकर मोदी सरकार बेहद गंभीर है. यही कारण है कि केंद्रीय बजट में जल शक्ति मंत्रालय को आवंटित राशि में 7.84 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. बजट 2020-21 में मंत्रालय को 30,478 करोड़ रुपए मिलेंगे, जबकि पिछले बजट में यह राशि 28,261 करोड़ रुपए थी.
जलशक्ति मंत्रालय को मिलेंगे 30 हजार करोड़ रुपए जल जीवन मिशन को 11,500 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, पिछली बार यह राशि 10,000 करोड़ रुपए थी. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बजट को ऐतिहासिक बताया है. मोदी सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक देश के 18 करोड़ घरों तक नल से जल पहुंचाने का संकल्प लिया है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कहा कि जल जीवन मिशन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर 3.6 लाख करोड़ रुपए खर्च करने की घोषणा की थी, जिसमें 50 प्रतिशत राशि केंद्र और 50 प्रतिशत राशि राज्य सरकारों को वहन करनी है.
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मोदी सरकार की एक और महत्वाकांक्षी योजना नमामि गंगे के लिए बजट में 800 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, जो पिछले बजट से 100 करोड़ रुपए अधिक हैं.
किसान, नौजवान और कमजोर व मध्यम वर्ग का बजट
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बजट को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए बजट पेश किया है. बजट से किसान, नौजवान और कमजोर के साथ ही मध्यम वर्ग की आकांक्षाओं की पूर्ति होगी.
किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने के लिए 16 सूत्रीय फार्मूला अपनाते हुए प्रधानमंत्री कुसुम योजना में 20 लाख किसानों को लाभांवित कर सोलर पंप, कृषि उड़ान योजना, खाद्य उत्पादों के लिए किसान रेल और किसान बहनों के लिए धन्य लक्ष्मी योजना सराहनीय कदम है.
उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र के लिए 99,300 करोड़ रुपए दिए गए हैं, जिससे सरकारी स्कूल और कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चों और सभी को शिक्षा के अधिकार की मुहीम को बल मिलेगा.