उदयपुर.कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच केन्द्रीय जांच एजेंसी करने जा रही है. इसके आदेश केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जारी कर दिए गए हैं. इस दौरान खासतौर से विदेशी एंगल की भी जांच की जाएगी. मंगलवार को दो हमलावरों ने दिनदहाड़े कन्हैयालाल नाम के दर्जी की हत्या कर दी थी. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था. इस बीच खबर आ रही है कि हमलावरों के तार आतंकवादी संगठन से जुड़े हुए हैं. दोनों ही राजस्थान पुलिस के कब्जे में हैं.
बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने NIA को जांच की कमान संभालने का आदेश दिया है. मंत्रालय ने जानकारी दी कि इस दौरान अंतरराष्ट्रीय तार और घटना में किसी संगठन की भूमिका भी गहन जांच की जाएगी. कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में किए गए पोस्ट की वजह से ही दोनों आरोपियों ने कन्हैयालाल की हत्या की थी.
पढ़ें- Murder in Udaipur : उदयपुर बर्बरता पर बोले राहुल गांधी-हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को मिले तुरंत सजा, बीजेपी नेताओं ने उठाए ये सवाल
पढ़ें- Murder in Udaipur: राजस्थान में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद, 30 दिन के लिए धारा 144 लागू...जांच के लिए SIT का गठन
केन्द्रीय गृह मंत्रालय का ट्वीट:HMO ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. अंग्रेजी में की पोस्ट में लिखा है- गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को कल राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की नृशंस हत्या की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है. किसी भी संगठन की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय लिंक की गहन जांच की जाएगी.
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर से जयपुर रवाना होने से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा कि उदयपुर हत्याकांड के विदेशी लिंक से इनकार नहीं किया (CM Says its a Conspiracy). गहलोत ने कहा कि ये घटना बिना किसी अंतरराष्ट्रीय या राष्ट्रीय संबंधों के नहीं हो सकती. इसे ध्यान में रख कर ही जांच की जा रही है. गहलोत ने इस घटना को सीधे आंतकवाद से नहीं जोड़ा लेकिन ये जरूर कहा कि रेडिकल एलिमेंट के लिंक के बिना ये नहीं हो सकता था.
पढ़ें-Udaipur Kanhaiyalal Murder Case: एमबी अस्पताल पहुंची एनआईए टीम और एसआईटी, कटारिया ने गहलोत सरकार को चेताया
सीएम ने दर्जी कन्हैयालाल की हत्या को जघन्य घटना बताया. बोले इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम (Udaipur Murder A conspiracy) है. साथ ही कहा कि इस हत्याकांड को लेकर एसआईटी बना दी गई है. सभी तरह के तथ्यों को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है.