जयपुर. राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के बैनर तले मंत्रालयिक कर्मचारियों का आमरण अनशन चौदहवें दिन भी जारी रहा. 6 मंत्रालयिक कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ने के बावजूद भी सरकार की ओर से अभी तक वार्ता के लिए नहीं बुलाने से कर्मचारियों में सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है. दशहरे के दिन शुक्रवार शाम को मंत्रालयिक कर्मचारियों ने वेतन कटौती आदेशों का रावण के साथ दहन किया और सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया.
दो अक्टूबर से प्रदेशाध्यक्ष मनोज सक्सेना के साथ जिलों से आये मंत्रालयिक कर्मचारी अनशन पर डटे हुए हैं. छह मंत्रालयिक कर्मचारी 2 अक्टूबर को आमरण अनशन पर बैठे थे. जिनकी तबीयत खराब होने पर सवाई मानसिंह चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. इसके बाद राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज सक्सेना खुद आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. शुक्रवार को उनको सात दिन हो चुके हैं.
मेडिकल टीम की ओर से की जा रही जांच में भी उनके स्वास्थ्य में गिरावट आ रही है. सत्य की असत्य पर विजय का पर्व विजयादशमी पर मंत्रालयिक कर्मचारियों ने अनशन स्थल शहीद स्मारक पर वित्त विभाग के वेतन कटौती आदेश को अहंकारी रावण के दस मुखुटों पर लगा कर दहन किया.