जयपुर. राजस्थान में इन दिनों कांग्रेस की राजनीति में फिर हलचल तेज है. चाहे सचिन पायलट हों या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, दोनों ही इस समय राजनीति के केंद्र में बने हुए हैं. इस बार राजस्थान में राजनीतिक हलचलों में हुई तेजी के पीछे माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी में प्रशांत किशोर की एंट्री और उस एंट्री को लेकर (Minister Subhash Garg on Prashant Kishore) सचिन पायलट का पक्ष में होना और अशोक गहलोत का प्रशांत किशोर को महज एक एजेंसी करार देकर उनकी भूमिका पर सवाल उठा देना है.
अब पीके की भूमिका को लेकर आरएलडी गठबंधन के कोटे में मंत्री बने और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले मंत्री सुभाष गर्ग भी कूद पड़े हैं. जिन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर इशारों-इशारों में कांग्रेस पार्टी में प्रशांत किशोर की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. हालांकि, उन्होंने न तो अपने ट्वीट में किसी पार्टी का नाम लिया है न ही उन्होंने किसी व्यक्ति का, लेकिन उनके ट्वीट की भाषा साफ तौर पर पीके की ओर ही इशारा कर रही है. मंत्री सुभाष गर्ग ने अपने ट्वीट में लिखा है कि किसी संगठन को मजबूत व ताकतवर केवल नेतृत्व व कार्यकर्ता ही बना सकते हैं, कोई सलाहकार व सेवा प्रदाता नहीं. नेतृत्व को चाणक्य की जरूरत है, न कि व्यापारी की.