जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा सैंपल लेते हुए उनकी जांच करवाई जा रही है. उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश में लगभग 98 हजार से ज्यादा सैंपल लिए जा चुके हैं और 6.5 हजार से ज्यादा जांचों की क्षमता विकसित की जा चुकी हैं. पूरे देश में इतनी व्यापक स्तर पर सैंपल और जांच करने वाला राजस्थान अव्वल प्रदेश है.
कोरोना जांच को लेकर रघु शर्मा का बयान राजस्थान में कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद चिकित्सा व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जा रहा है. प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर जांच की सुविधाओं को बढ़ाकर वहां के चिकित्सालय आधारभूत ढांचे को विकसित करने का काम हो रहा है. यही वजह है कि कोरोना पॉजिटिव को नेगेटिव करने में राजस्थान अव्वल है. वहीं अब सीबीनाट मशीनों से जांच में भी तेजी आएगी.
10 हजार जांचों का लक्ष्य जल्द होगा पूरा
डॉ. शर्मा ने बताया कि जांच की क्षमता में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है. प्रदेश भर में 13 आरटी-पीसीआर की मशीनों के जरिए व्यापक स्तर पर जांच की जा रही है. डूंगरपुर में 3, उदयपुर में 4, बीकानेर और बाड़मेर 1-1, भरतपुर और कोटा 2-2 मशीनें भेजी गई हैं. इनमें डूंगरपुर की 3 और उदयपुर की 2 और बीकानेर की 1 मशीन के जरिए जांच का कार्य किया जा रहा है. यही कारण है कि जांचों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. साथ ही 10 हजार जांचों का लक्ष्य जल्द पूरा होगा.
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वहीं चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कोविड-19 की जांच के लिए टीबी के इलाज काम आने वाली सीबीनाट मशीनों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. इसमें आरटीपीआई पद्धति से जांच की जाएगी. टीबी के मरीजों को 1 महीने की दवा अग्रिम देने की व्यवस्था की है. यही नहीं जो टीबी कार्यक्रम में पंजीकृत नहीं है, उनकी दवाओं का इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं.
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सीबीनाट मशीनों से जांचों को गति मिलेगी. मुख्यमंत्री के निर्देशों व मॉनिटरिंग के चलते राजस्थान जांच सुविधाओं विकसित करने, सैंपल ज्यादा लेने, पॉजिटिव से नेगेटिव करने और संक्रमण की गति को नीचे लाने सहित कई विषयों में अव्वल रहा है.