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Khachariyawas on BVG company: मंत्री खाचरियावास ने कंपनी को दी चेतावनी, कहा- अब दिखाया जाएगा बाहर का रास्ता - jaipur news

कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि बीवीजी कंपनी के आए दिन हड़ताल से शहर परेशान होता है. उन्होंने कहा कि यूडीएच मंत्री से मिलकर कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.

Minister Pratap Singh Khachariyawas, Khachariyawas on BVG company
Khachariyawas on BVG company

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Published : Nov 29, 2021, 1:59 PM IST

जयपुर. बीवीजी कंपनी के आए दिन की हड़ताल और शहर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था पर कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने नाराजगी जताई है. उन्होंने यूडीएच मंत्री से मिलकर कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाए जाने और छोटे-छोटे नए टेंडर करने की बात कही.

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2017 में नगर निगम प्रशासन ने शहर में सफाई व्यवस्था बेहतर हो इसकी जिम्मेदारी बीवीजी कंपनी को सौंपी. लेकिन 2018 से ही कभी बीवीजी कंपनी, कभी कंपनी से जुड़े हुए वेंडर और कभी कंपनी के सफाई कर्मचारियों ने भुगतान और वेतन विसंगति को लेकर हड़ताल करना शुरू कर दिया. ये क्रम अब तक जारी है. इसका खामियाजा हर बार शहर की आम जनता को भुगतना पड़ता है.

Khachariyawas on BVG company

हाल ही में बीवीजी कंपनी ने 2 महीने का बकाया 18 करोड़ भुगतान नहीं किए जाने पर हड़ताल की थी. निगम से मिले आश्वासन के बाद हड़ताल तो खत्म हो गई लेकिन अब तक शहर की स्थिति सुधर नहीं पाई है. आलम ये है कि आज भी महज 30 फीसदी हूपर ही चले. इस पर कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि बीवीजी कंपनी सरकार की योजनाओं पर पलीता लगा रही हैं.

खाचरियावास ने कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था संभालने में कंपनी पूरी तरह विफल साबित हो रही है. कंपनी की मनमानी जनता को भारी पड़ सकती है. उन्होंने कहा कि कंपनी को हड़ताल पर जाने का कोई राइट ही नहीं है. कंपनी पर करप्शन के चार्ज लगे हुए हैं, उनके अधिकारी जेल चले गए और अब यूडीएच मंत्री से वार्ता कर कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाया जाने की अपील करेंगे. पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार ने एक कंपनी को टेंडर दिया, उसने सबलेट कर दिया. नए टेंडर में छोटे-छोटे भागों में बांट कर डिसेंट्रलाइज किया जाएगा ताकि बेहतर काम हो सके.

बता दें कि बीवीजी कंपनी का सिस्टम फेल होने पर पहले ही 400 से ज्यादा नोटिस दिए जा चुके हैं. वर्तमान में दोनों नगर निगमों में 1500 से ज्यादा शिकायतें पेंडिंग है. आलम ये है कि कई क्षेत्रों में कचरे की गाड़ी भी नियमित नहीं पहुंच रही. ऐसे में अब कैबिनेट मंत्री ने कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाने की अपील की है.

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