जयपुर. कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने केंद्र सरकार पर षड्यंत्र कर किसानों को मुकाबला करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है. वहीं, मंत्री के इस बयान पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस की निराशा बताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी रीजनल पार्टी से भी बदतर स्थिति में है. उनके बयानों में कोई दम नहीं है.
मंगलवार को दिल्ली में हुए किसानों के हिंसक आंदोलन का प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने समर्थन किया है. खाचरियावास ने कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार ने षड्यंत्र के आधार पर किसानों के ऊपर लाठीचार्ज किया. किसानों को जिन रास्तों पर रैली निकालने की परमिशन दी गई थी, उन्हीं रास्तों को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया. यदि किसान मंगलवार को दिल्ली में हिम्मत नहीं दिखाता तो केंद्र सरकार के षड्यंत्र के अनुसार पुलिस किसानों पर और अधिक जुल्म करती, जिसमें अनेक किसानों की मौत हो सकती थी.
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खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार की नियत किसानों के प्रति ठीक नहीं है. 100 से ज्यादा किसानों की पहले ही मौत हो चुकी है. 2 महीने से ज्यादा समय से किसान धरने पर बैठे हैं. किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि अब मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए केंद्र सरकार दिल्ली के किसान और पुलिस के टकराव को जितना बड़ा मुद्दा बना रही है, ये इतना बड़ा मसला नहीं है.
आंदोलन को लाठी गोली के दम पर नहीं कुचला जा सकता: खाचरियावास
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि इस तरह के टकराव केंद्र सरकार के इशारे पर पुलिस की ओर से किए जाते हैं. आंदोलन को लाठी गोली के दम पर नहीं कुचला जा सकता. इस देश का किसान तिरंगा हाथ में लेकर आंदोलन कर रहा है, वो तिरंगे के सम्मान के लिए अपनी जान दे सकता है. किसान ने लाल किले पर तिरंगा झंडा नहीं हटाया, किसानों के हाथ में तिरंगा झंडा ही था, खाली पोल पर किसी एक जवान ने अति उत्साह में झंडा लगा दिया. इसको लेकर पूरे किसान आंदोलन को बदनाम करना ठीक नहीं है.