जयपुर.भारत सरकार ने बुधवार को नई शिक्षा नीति जारी की है. 35 साल बाद नई शिक्षा नीति आई है. इसमें स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा के स्ट्रेक्चर में बड़ा बदलाव किया गया है. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने मोदी सरकार द्वारा जारी नई शिक्षा नीति के बारे में कहा कि इससे विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा मिलेगा. कैलाश चौधरी ने कहा कि अब पूरे देश में उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए एक ही रेगुलेटरी बॉडी होगी. इससे शिक्षा क्षेत्र में अव्यवस्था को खत्म किया जा सकेगा.
कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने नई शिक्षा नीति और राफेल को बताया ऐतिहासिक उपलब्धियां
केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने नई शिक्षा नीति को प्रभावशाली बताया. उन्होंने इससे बच्चों के सर्वांगीण विकास की बात कही और शिक्षा के क्षेत्र में अव्यवस्था खत्म करने की तरफ कदम बताया. वहीं राफेल के वायुसेना बेड़े में शामिल होने को सैन्य इतिहास में नए युग की शुरुआत बताया.
राज्यमंत्री ने एक बयान जारी कर कहा कि नई शिक्षा नीति अच्छा ज्ञान भी देगी, हुनर भी देगी, रोजगार भी मिलेगा और उसके साथ-साथ अच्छा इंसान भी तैयार होगा. नई शिक्षा नीति से रटाने के बजाय छात्र को चीजें समझाने पर जोर दिया जाएगा. उन्होंने कहा, 'सभी बच्चे प्रतिभाशाली होते हैं, लेकिन अब तीन से आठ साल की उम्र तक ना परीक्षा होगी, ना कोई पाठ्यक्रम होगा, ना किताब होगी. अब उन्हें सिर्फ खेल-खेल में ही सिखाया जाएगा. कोई भी बच्चा बीच में स्कूल ना छोड़े, इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार का मकसद सौ फीसद लोगों को शिक्षित करना है.'
राफेल आने से सैन्य इतिहास में नए युग की शुरुआत
बुधवार को 5 राफेल फाइटर जेट्स भारत पहुंच गए. राफेल के वायुसेना बेड़े में शामिल होने पर कैलाश चौधरी ने इसे भारत के सैन्य इतिहास में नए युग की शुरुआत बताया. उन्होंने कहा कि राफेल आने से भारतीय वायुसेना की ताकत में जबरदस्त इजाफा होगा. हवा से हवा में और हवा से जमीन पर मार करने की क्षमता पाकिस्तान और चीन के मुकाबले भारत की काफी बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि राफेल में भारत की जरूरतों को देखते हुए कुछ एक्सट्रा फीचर भी जोड़े गए हैं.