जयपुर. जलदाय मंत्री बीडी कल्ला की अध्यक्षता में मंत्री मंडल कमेटी की शनिवार को जन घोषणा पत्र के क्रियान्वयन को लेकर तीसरे चरण की समीक्षा बैठक हुई. इसमें यह तय किया गया कि विभिन्न विभागों में कामकाज में सहूलियत के लिए नियमों का सरलीकरण किया जाएगा. साथ ही अप्रासंगिक कानूनों को समाप्त किया जाएगा. जलदाय मंत्री की अध्यक्षता में कमेटी ने विधि विभाग से इस संबंध में एक माह में रिपोर्ट भी मांगी है.
बैठक में कमेटी ने सभी विभागों के कामकाज की समीक्षा की. कल्ला ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विभिन्न विभागों में नियमों का सरलीकरण किया जाए. ऐसे कानून जो अप्रासंगिक और उनका ज्यादा महत्व नहीं है, बल्कि उनकी वजह से कामकाज की प्रक्रिया में देरी हो जाती है तो उसे समाप्त किया जाए. इसके लिए विधि विभाग को निर्देश दिया है कि एक माह में विभागों के कानून की समीक्षा कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए.
राज्य सरकार के नीतिगत दस्तावेज 'जन घोषणा पत्र' के क्रियान्वयन के लिए जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला की अध्यक्षता में गठित मंत्री मण्डलीय उप समिति की शनिवार को शासन सचिवालय में आयोजित तीसरी बैठक में 6 विभागों से सम्बंधित प्रगति की समीक्षा की गई. बैठक में समिति के अध्यक्ष डॉ. कल्ला तथा सदस्यगण कृषि मंत्री लालचंद कटारिया और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने सीएमआईएस (चीफ मिनिस्टर इंर्फोमेशन सिस्टम) पोर्टल के माध्यम से सार्वजनिक निर्माण, परिवहन, राजस्व, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, विधि एवं जल संसाधन विभाग से सम्बंधित जन घोषणा पत्र के बिन्दुओं पर अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की.
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इस दौरान इनके क्रियान्वयन के सम्बंध में विभागों द्वारा की जा रही कार्यवाही का फीडबैक भी लिया. समिति के अध्यक्ष तथा जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने बताया कि तीसरी बैठक में मुख्य रूप से राजस्व एवं विधि विभाग के तहत अप्रासंगिक हो चुके कानूनों की समीक्षा एवं सरलीकरण के बारे में चर्चा की गई. सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे समिति की आगामी बैठक से पहले 'जन घोषणा पत्र' में शाामिल अपने विभाग से सम्बंधित प्रकरणों की स्वयं के स्तर पर मासिक समीक्षा करते हुए मॉनिटरिंग करें और इसके बारे में समिति को रिपोर्ट प्रस्तुत करें.