जयपुर. हाल ही में राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) में गलत तरीके से बेरोजगारी भत्ता उठाने के कुछ मामले देखने को मिले थे. जिसके बाद आरएसएलडीसी ने हर ब्लॉक लेवल पर ट्रेनिंग सेंटर खोलने की तैयारी की है.
ट्रेनिंग सेंटर्स पर ऐसे बेरोजगार जो बेरोजगारी भत्ता उठा रहे हैं, उन्हें 3 महीने तक नियमित तौर पर प्रशिक्षण लेना जरूरी होगा. मामले को लेकर कौशल एवं रोजगार मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि हाल ही में कुछ ऐसे मामले देखने को मिले हैं जहां गलत तरीके से बेरोजगारी भत्ता उठाया जा रहा है. इसे रोकने के लिए विभाग ने नई कवायद शुरू की है जिसके तहत अब विभाग ब्लॉक लेवल पर सेंटर खोलेगा.
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ट्रेनिंग पूरी होने के बाद यदि व्यक्ति बेरोजगार है तो उसे गांव कस्बे और शहर में स्थित कम्युनिटी सेंटर पर 3 से 4 घंटे अपनी सेवाएं भी देनी होंगी. मंत्री का कहना है कि बेरोजगारी भत्ता उठाने वाला व्यक्ति आसानी से कम्युनिटी सेंटर पर अपनी सेवाएं दे सकता है.
साथ ही ऐसा व्यक्ति जो नौकरी लगने के बाद भी बेरोजगारी भत्ता उठा रहा है, वह 3 से 4 घंटे अपनी सेवाएं नहीं दे पाएगा. ऐसे में गलत तरीके से बेरोजगारी भत्ता उठाने वाले लोगों की पहचान हो सकेगी और पात्र बेरोजगारों को आसानी से इसका लाभ मिल सकेगा.