राजस्थान

rajasthan

खान सचिव सुबोध अग्रवाल ने ली अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक...

By

Published : Sep 4, 2020, 5:22 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 8:16 PM IST

खान एवं पेट्रोलियम विभाग के सचिव सुबोध अग्रवाल ने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक कर उनसे सीधा संवाद किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि विभाग के मॉनिटरिंग सिस्टम को चाक चौबंद किए जाने की आवश्यकता है.

ACS Subodh agrawa, meeting of mines secretary
खान सचिव सुबोध अग्रवाल ने ली अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक

जयपुर.राजस्थान के खान एवं पेट्रोलियम विभाग के सचिव सुबोध अग्रवाल ने शुक्रवार को विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों से वन टू वन मुलाकात की और सीधे संवाद किया. साथ ही उन्होंने विभाग के मॉनिटरिंग सिस्टम को चाक चौबंद किए जाने की जरूरत बताई.

एसीएस सुबोध अग्रवाल ने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि हमें विभाग की छवि सुधारनी है. प्रकरणों के निस्तारण की प्राथमिकता तय करते हुए समय पर उनका निस्तारण सुनिश्चित करना है. उन्होंने संयुक्त सचिव, उप सचिव के साथ लिपिक स्तर से सहायक सचिव व विशेष अधिकारी स्तर के अधिकारियों से सीधे संवाद कायम किया.

खान सचिव सुबोध अग्रवाल ने ली अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक

पढ़ें-अजय माकन का राजस्थान दौरा 8 सितंबर से फिर शुरू, जयपुर और अजमेर संभाग होंगे चुनौती

इस दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय, खान मंत्री कार्यालय, वीवीआइपी पत्रों, केंद्र सरकार से प्राप्त पत्रों, विभिन्न आयोगों से प्राप्त प्रकरणों, सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त पत्रों के साथ ही संपर्क पोर्टल से प्राप्त प्रकरणों का समय पर निष्पादन करना चाहिए. उन्होंने विधानसभा के सवालों, आश्वासनों आदि के समय पर उत्तर भिजवाने, न्यायालय में विचाराधीन प्रकरणों के समय पर जवाब दावे प्रस्तुत करने और बजट घोषणाओं की समय पर क्रियान्वयन की आवश्यकता बताई.

पढ़ें-गहलोत भी चल पड़े शिवराज की राह, सरकारी नौकरियों में सिर्फ राज्य के अभ्यर्थियों को ही मौका देनी की तैयारी

इसके साथ ही उन्होंने आवश्यक पत्रावलियों को रिकॉर्ड रूम में जमा कराने के भी निर्देश दिए. उन्होंने अपने अधिकारियों से कहा कि विशेष परिस्थितियों को छोड़कर विभाग में प्राप्त पत्रों का समय पर निस्तारण होना चाहिए. कार्मिकों से उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकरण में रिमाइंडर आने को उचित नहीं माना जा सकता है. वहीं प्रकरणों के निस्तारण के लिए रिमाइंडर देने की व्यवस्था को प्रभावी बनाने की भी आवश्यकता है, जिससे पत्रों की प्राथमिकताएं और उनका निस्तारण प्रक्रिया में गति आए.

Last Updated : Sep 4, 2020, 8:16 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details