जयपुर. प्रदेश सरकार के खिलाफ चल रहे भाजपा के हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत गुरुवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर बीजेपी नेताओं ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. जयपुर में जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा को जयपुर देहात भाजपा और फिर जयपुर शहर भाजपा के नेताओं ने ये ज्ञापन दिया.
बीजेपी नेताओ ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन ज्ञापन के जरिए सरकार का ध्यान प्रदेश में बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था, बिजली के बढ़े हुए बिल, किसानों को टिड्डी से हुए नुकसान, पेट्रोल-डीजल पर लगाए गए वेट को हटाने और कोरोना उपचार प्रबंधन की लचर व्यवस्था सहित जयपुर से जुड़ी विभिन्न समस्याओं की ओर आकर्षित किया गया. भाजपा नेताओं का कहना था कि मौजूदा सरकार को प्रदेश की जनता की परेशानी दिख नहीं रही. यही कारण है कि विपक्ष के रूप में भाजपा को हल्ला बोल कार्यक्रम सहित विभिन्न अभियान चलाना पड़ रहा है.
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जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा के नेतृत्व में दिए गए इस ज्ञापन कार्यक्रम में संभाग प्रभारी मदन दिलावर,सांसद रामचरण बोहरा, विधायक कालीचरण सराफ, नरपत सिंह राजवी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व विधायक कैलाश वर्मा, सुरेंद्र पारीक और मोहन लाल गुप्ता मौजूद रहे. हालांकि कार्यक्रम के तहत विधायक कालीचरण सराफ और नरपत सिंह राजवी की लेटलतीफी भी देखने को मिली.
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भाजपा के तमाम जनप्रतिनिधि समय पर 12 बजे जयपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच गए, लेकिन आधे घंटे इंतजार करने के बाद कालीचरण सराफ पहुंचे. सराफ से कुछ देर पहले नरपत सिंह राजवी पहुंचे. ऐसे में जयपुर कलेक्टर को भी इन जनप्रतिनिधियों के साथ सराफ और राजवी का इंतजार करना पड़ा. सराफ के अनुसार यातायात जाम के चक्कर में वो लेट हो गए. सराफ ने प्रदेश सरकार को सभी मोर्चों पर विफल दी बताया.
बीजेपी के हल्ला बोल अभियान के तहत यह अंतिम कार्यक्रम था, लेकिन अभियान का प्रदेश सरकार पर फिलहाल कोई असर होता नहीं दिखा क्योंकि ना तो आम उपभोक्ताओं के बिजली के बिल कम हुए और ना ही पेट्रोल डीजल के बढ़े हुए दामों से जनता को राहत मिल पाई.