जयपुर. अलवर के गीतानंद शिशु अस्पताल में आग लगने की घटना पर लापरवाही बरतने वाले 2 डॉक्टर, 3 नर्सिंगकर्मी सहित सात दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने दो डॉक्टर, 3 नर्सिंगकर्मी को सस्पेंड और 2 संविदा कर्मचारियों की सेवाओं को समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं.
चिकित्सा मंत्री ने लिया एक्शन, दोषियों को किया सस्पेंड दरअसल, अलवर के गीतानंद शिशु अस्पताल में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई थी. इस दौरान अस्पताल में 15 बच्चे एडमिट थे. जिनमें से 14 बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया था. लेकिन एक बच्चे को झुलसने की वजह से जयपुर रेफर किया गया था. जिसकी बुधवार को उपचार के दौरान मौत हो गई. इस पूरे मामले की जांच के लिए चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाई थी.
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जिसने अपनी जांच रिपोर्ट तैयार करके चिकित्सा मंत्री को सौंप दी. जांच कमेटी की रिपोर्ट में चिकित्सा मंत्री ने दोषी पाए गए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर महेश कुमार शर्मा, चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पाल सिंह, नर्स ग्रेड प्रथम शारदा शर्मा, नर्स ग्रेड द्वितीय भारती मीणा, नर्स ग्रेड द्वितीय स्नेह लता को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी किए.
इसके अलावा जिला चिकित्सालय अलवर में कार्यरत संविदा कर्मी तारा मीणा वार्ड बॉय और इलेक्ट्रीशियन रघुनंदन शर्मा की सेवाएं तुरंत प्रभाव से समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं. बता दें कि अलवर के गीतानंद शिशु अस्पताल में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगने की घटना पर मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई. जिसकी जांच रिपोर्ट को आधार मानते हुए डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी को निलंबित और संविदाकर्मियों की सेवाओं को समाप्त किया गया है.