जयपुर. आमतौर पर किसी भी प्रदेश की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं कितनी बेहतर है यह देखनी हो तो वहां के झुग्गी झोपड़ी वाले इलाकों में किस तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, इससे आकलन लगाया जा सकता है. इस मामले में राजस्थान सरकार ने बेहतर विकल्प तलाशते हुए अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति का ध्यान रखते हुए झुग्गी झोपड़ी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करते हुए जनता क्लिनिक जैसी पहल चलाई हुई है, जो काफी कारगर साबित हो रही है. खास तौर पर कोविड महामारी के दौरान जनता क्लिनिक जैसी पहल कामयाब साबित हुई है.
दरअसल, इससे पहले स्लम एरिया में रहने वाले लोगों तक चिकित्सा सुविधाएं नहीं पहुंच पाती थी, लेकिन सरकार ने प्रदेश में 100 जनता क्लिनिक खोलने का निर्णय लिया. यह जनता क्लिनिक ऐसे स्थानों पर खोले जाने हैं जो स्लम एरिया के अंतर्गत आते हैं. ऐसे में इसकी शुरुआत राजधानी जयपुर के झालाना कच्ची बस्ती क्षेत्र से हुआ. जयपुर में अभी तक 12 जनता क्लिनिक खोले जा चुके हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता क्लिनिक को लेकर बजट में भी घोषणा की थी.
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300 तरह की दवाएं और निशुल्क जांच की व्यवस्था...
सरकार की ओर से खोले गए जनता क्लिनिक में मरीजों को निशुल्क दवा और जांच की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है. प्रदेश के हेल्थ डायरेक्टर डॉ. केके शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इन जनता क्लिनिक पर मरीजों को निशुल्क दवा और जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. इसके तहत करीब 300 तरह की निशुल्क दवाई और करीब 7 से 8 तरह की जांच निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है.