जयपुर. प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जिसके बाद चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड़ पर आ गया है. कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बाद जयपुर में चिकित्सा विभाग की ओर से 5000 बेड अस्पतालों में आरक्षित किए गए हैं. ताकि स्थिति बिगड़ने पर मरीजों को भर्ती किया जा सके.
मामले को लेकर जयपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरोत्तम शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के मामले लगभग हर जिले में फैल रहे हैं. खासकर राजधानी जयपुर में सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में चिकित्सा विभाग ने अस्पतालों में बेड आरक्षित करना शुरू कर दिया है. डॉ शर्मा ने बताया कि फिलहाल आरयूएचएस अस्पताल को कोविड-19 डेडीकेटेड अस्पताल के रूप में संचालित किया जा रहा है और जितने भी नए मरीज गंभीर हालत में सामने आ रहे हैं तो उन्हें वहां भर्ती किया जा रहा है. हालांकि जयपुर के कुछ प्राइवेट अस्पतालों में भी कोरोना के मरीज भर्ती किए गए हैं. लेकिन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए फिलहाल 5000 बेड पूरे जयपुर में आरक्षित किए गए हैं.
जयपुर की मौजूदा स्थिति
- जयपुर में 1124 कोविड-19 के एक्टिव केस मौजूद हैं
- जिनमें से करीब 1000 मरीजों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है
- जबकि अन्य बचे हुए मरीजों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है
- करीब 1 साल में जयपुर में 61013 कुल संक्रमित मरीज सामने आए हैं
- 522 मरीजों की अब तक कोरोना के चलते मौत हो चुकी है