जयपुर. प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बयान जारी करते हुए कहा है कि प्रदेश में इस समय ऑक्सीजन की मांग अधिक है लेकिन केंद्र की ओर से ऑक्सीजन का काफी कम आवंटन राज्य को किया जा रहा है लेकिन बावजूद इसके प्रदेश में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर सहित अन्य दवाओं की आपूर्ति के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में 24 अप्रैल तक 81 लाख 97 हजार 849 सैम्पल लिए जा चुके हैं. इनमें से 4 लाख 95 हजार 628 पॉजिटिव पाए गए हैं. अब तक इनमें से 3 लाख 67 हजार 485 रिकवर हो चुके हैं और कुल 1 लाख 27 हजार 616 एक्टिव केसेज हैं. अब तक कोरोना के कारण प्रदेश में कुल 3 हजार 527 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है. वर्तमान में पॉजिटिविटी प्रतिशत 6.08 प्रतिशत, रिकवरी दर 73.69 प्रतिशत, मृत्यु दर 0.70 प्रतिशत है.
डॉ. शर्मा ने बताया कि वर्तमान में कोरोना जांच क्षमता 86 हजार जांच प्रतिदिन हो चुकी है और प्रतिदिन लगभग 80 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं. सभी जांच आरटीपीसीआर से ही की जा रही है और सभी जिलों में ये जांच सुविधा उपलब्ध है. प्रदेश में 38 सरकारी और 29 निजी सहित कुल 67 जांच प्रयोगशालाएं क्रियाशील है. निजी चिकित्सालयों और निजी लैब में आरटीपीसीआर की अधिकतम दर 350 रुपए निर्धारित की गई है, जो देश में न्यूनतम है. जांच क्षमता को एक लाख किया जा रहा है.
14 हजार 389 ऑक्सीजन सर्पोटेड और 4 हजार 477 आईसीयू बैड्स उपलब्ध
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में हैल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के सुद्ढीकरण पर विशेष बल दिया जा रहा है. गत एक वर्ष के दौरान 7 हजार 500 ऑक्सीजन सर्पोटेड बैड्स और 1750 आईसीयू बैड्स की वृद्धि की गई है. वर्तमान में प्रदेश में 14 हजार 389 ऑक्सीजन सर्पोटेड बैड्स और 4 हजार 477 आईसीयू बैड्स उपलब्ध है. पिछले एक वर्ष के दौरान ही 43 चिकित्सालयों में 125 मीट्रिक टन उत्पादन क्षमता के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की स्थापना की गई.