जयपुर.नगर निगम महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने शुक्रवार को मुरलीपुरा जोन की समस्याओं को लेकर संबंधित अधिकारियों और स्थानीय पार्षदों के साथ वर्चुअल मीटिंग की. जिसमें डोर टू डोर कचरा संग्रहण और कोरोना के मद्देनजर सफाई कर्मचारियों का आवश्यकतानुसार रीलोकेशन और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए गए.
मुरलीपुरा जोन क्षेत्र की समस्याओं और कोरोना महामारी की वर्तमान स्थिति को गंभीरता से देखते हुए महापौर सौम्या गुर्जर ने सफाई व्यवस्था नियमित और सुचारू रूप से करने के निर्देश दिए. उन्होंने जोन के सभी वार्डों में पदस्थापित सफाई कर्मचारियों का आवश्यकतानुसार रिलोकेशन करने और किसी भी स्थिति में क्षेत्र में गंदगी नहीं फैलना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. वहीं 2 महीने से बीवीजी कंपनी के हूपर वार्डों में नहीं आने से घर-घर कचरा संग्रहण नहीं हो रहा. कचरे को फेंकने के लिए जनता को मजबूर होकर घरों से निकलना पड़ रहा है. जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है.
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ऐसे में महापौर ने कंपनी की सेवाएं संतोषप्रद नहीं मानते हुए कहा कि निगम द्वारा इस कार्य की निविदा प्रक्रियाधीन है. उसमें गति लाकर अविलंब निविदाएं आमंत्रित कर सफाई व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश दिए. क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा मास्क वितरित करने, पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजेशन के निर्देश भी दिए ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके. इस दौरान उन्होंने गर्मी के मौसम में कई क्षेत्रों में होने वाली पानी की किल्लत के मद्देनजर पीने के पानी की समुचित व्यवस्था के लिए जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को पत्र लिखने के निर्देश दिए.
इसके अलावा क्षेत्र में संचालित अवैध मीट की दुकानों के विरुद्ध अविलंब नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इस दौरान महापौर ने वार्ड क्षेत्रों में पुरानी लाइटों को ठीक कराने और नई लाइटें लगाकर, क्षेत्र में प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए. वर्चुअल मीटिंग में स्थानीय पार्षदों ने जोन क्षेत्र से संबंधित समस्याओं के संबंध में महापौर को अवगत कराया. जिस पर निगम के अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गये.
वार्ड 16 में मीट व्यवसायियों की ओर से नियमों की पालना नहीं करने पर महापौर के निर्देशों कि अनु पालना में पशु प्रबंधन शाखा की ओर से बैठक समाप्ति के बाद कार्रवाई करते हुए 2 घंटे के अंदर चार दुकानों को सीज किया गया और 9000 रुपये जुर्माना वसूल किया गया.