जयपुर.राजधानी में जिला प्रशासन शादियों के लिए सशर्त अनुमति प्रदान कर रहा है. आगामी 20 दिन में छह प्रमुख सावे हैं. ऐसे में करीब 1500 शादियों के लिए कलेक्ट्रेट से अनुमति मांगी गई है. लेकिन यहां सबसे प्रमुख शर्त ये है कि वर-वधू पक्ष के मिलाकर 50 से ज्यादा लोग एकत्र नहीं होने चाहिए. समारोह में सभी को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग की पालन करनी होगी. ऐसे में शादियों का सीजन तो लौटा, लेकिन शादियों को लेकर खरीददारी का जो क्रेज शहरवासियों में रहा करता था. वो फिलहाल नजर नहीं आ रहा, जिसकी सबसे बड़ी वजह है कोरोना का संक्रमण.
हाल ही में जयपुर के परकोटा क्षेत्र को लॉकडाउन से मुक्त किया गया है. दुकानदारों ने अपनी दुकान की सफाई की, और अब उन्हें ग्राहकों का इंतजार है. खासकर परकोटा क्षेत्र का जौहरी बाजार. उगते सूरज की आकृति वाले पिलर इस बाजार की पहचान हैं. यहां के व्यापारियों का मानना है कि इस बाजार का सूरज कभी अस्त नहीं होता. लेकिन इस कोरोना काल में शादियों के सीजन के बावजूद ग्राहक खरीददारी के लिए नहीं पहुंच रहा.
हालांकि सर्राफा व्यापारियों को उम्मीद थी कि लोगों को अब कैटरिंग और मैरिज गार्डन पर ज्यादा पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा. ऐसे में लोग सोने चांदी के गहनों की खरीददारी करने जरूर पहुंचेंगे. लेकिन उनकी इन उम्मीदों पर फिलहाल पानी फिरता दिख रहा है.
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ईटीवी भारत कुछ ज्वेलरी शॉप पर पहुंचा, तो वहां इक्का-दुक्का कस्टमर ही देखने को मिले. व्यापारियों ने बताया कि फिलहाल सोने के दाम आसमान छू रहे हैं और चांदी की कीमतों में भी भारी उछाल है. ऐसे में लोगों का रुझान गहनों पर काफी कम हो गया है. अभी बाजार में केवल वही खरीददार पहुंच रहे हैं, जिन्हें गहने खरीदने की बहुत ज्यादा ही जरूरत है और वो भी उन्हीं दुकानदारों के पास पहुंच रहे हैं, जो उनके परिचित हैं.