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NSUI की 'किसान साइकिल यात्रा' का उत्साह बढ़ाने पहुंचे कई मंत्री, बोले- कानून वापस लेने तक किसानों के साथ रहेगी कांग्रेस - किसान छात्र साइकिल यात्रा

राजस्थान कांग्रेस के सभी अग्रमि संगठन कृषि कानूनों के विरोध में हो रहे किसान आंदोलन के समर्थन में लगातार कार्यक्रम कर रहे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को एनएसयूआई ने किसान साइकिल यात्रा निकाली. इस दौरान छात्रों का उत्साहवर्धन करने के लिए प्रदेश सरकार के कई मंत्री पहुंचे. इन मंत्रियों ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी, तब तक कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी रहेगी.

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एनएसयूआई की किसान साइकिल यात्रा पर पहुंचे मंत्री

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Published : Jan 4, 2021, 5:51 PM IST

जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी पूरी तरीके से किसानों के साथ खड़ी हो गई है. प्रदेश कांग्रेस हो चाहे उसके अग्रिम संगठन अब किसानों के लिए संघर्ष करते हुए दिखाई दे रहे हैं. राजस्थान कांग्रेस किसानों के लिए पिछले 15 दिन से एक के बाद एक कार्यक्रम कर रही है. इसके साथ ही सेवादल किसान संघर्ष यात्रा पर निकली हुआ है. उधर सोमवार को कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने भी किसानों के समर्थन में किसान साइकिल यात्रा निकाली है.

एनएसयूआई की किसान साइकिल यात्रा पर पहुंचे मंत्री

इस दौरान कांग्रेस के मंत्री भी अपने स्टूडेंट विंग का साथ देने और उनका हौसला बढ़ाने के लिए अमर जवान ज्योति पहुंचे. इस दौरान राष्ट्रीय एनएसयूआई के अध्यक्ष नीरज कुंदन, मंत्री हरीश चौधरी, मंत्री भंवर सिंह भाटी और मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास अपने युवा साथियों का उत्साहवर्धन करने पहुंचे. इस दौरान ईटीवी भारत से बात करते हुए इन मंत्रियों नेताओं ने किसानों के समर्थन में अंतिम समय तक लड़ाई लड़ने की बात कही.

कार्यक्रम में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने राजस्थानी भाषा में बात करते हुए कहा कि राजस्थान किसान आंदोलन के समर्थन में राजस्थान का छात्र, राजस्थान का युवा लड़ाई लड़ने को तैयार है. आज पूरे प्रदेश के कोने कोने से जिस तरीके से युवा इस रैली में शामिल हो रहे हैं. यह इस बात को साबित करने के लिए काफी है कि किसान आंदोलन के साथ देश के युवा, छात्र और किसान की विचारधारा समझने की भावनाओं से लोग जुड़ चुके हैं. केंद्र की अहंकारी सरकार को किसानों के आगे घुटने टेकने पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि जहां-जहां किसान का पसीना गिरेगा, वहां एनएसयूआई का कार्यकर्ता खून बहाने को तैयार है.

मंत्रियों ने किया छात्रों का उत्साह वर्धन

एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष बोले- हम अन्नदाता के साथ खड़े रहेंगे

वहीं एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि इतने लंबे समय से हो रहे किसान आंदोलन के बावजूद भी प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की नींद टूटने का नाम नहीं ले रही है. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस और एनएसयूआई का एक एक नेता जब तक किसानों के खिलाफ अपने काले कानून वापस नहीं ले लेती है हम किसानों के साथ अपनी लड़ाई इसी तरीके से लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि चाहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को दिल्ली से पहले जबरन रोका जाए तो भी एनएसयूआई का कार्यकर्ता किसानों और अन्नदाता के साथ खड़ा रहना है, चाहे तानाशाही की सरकार लाठियां बरसाए और चाहे गोलियां चलाए, लेकिन हम अन्नदाता के साथ खड़े रहेंगे.

उद्योगपतियों के साथ खड़ी है मोदी सरकार

इस दौरान मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि पूरा देश किसानों के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा कि देश में दो पक्षी हो गए हैं, एक पूंजीपति और दूसरा किसान. आज पूरा देश किसान के साथ खड़ा है. नरेंद्र मोदी और उनकी टीम उद्योगपतियों के साथ खड़ी है. वहीं मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा किसान से आज समाज और देश का हर व्यक्ति जुड़ा हुआ है. किसान अन्नदाता है और किसानों को बर्बाद करने वाला यह कानून केंद्र की सरकार और मोदी सरकार उसी तरह लेकर आई है, जिस तरीके से ब्रिटिश कंपनियां भारत में आई थी और भारत को गुलाम बनाया था. इसी तरीके से अब मोदी सरकार बड़ी कंपनियों का गुलाम भारत को बनाना चाहती हैं. 40 दिन से किसान धरने पर बैठा है और 40 किसानों की मौत हो चुकी है.

केंद्र सरकार से की कानून वापस लेने की मांग

पढ़ें-कृषि कानून का विरोध: NSUI ने जयपुर से दिल्ली जाने के लिए निकाली छात्र-किसान साइकिल यात्रा

उन्होंने कहा कि तीनों काले कानूनों को केंद्र सरकार वापस नही लेती है, तब तक कांग्रेस पार्टी सड़क से लेकर संसद तक हर जगह सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी और केंद्र सरकार को हर हालत में ये बिल वापस लेने होंगे. वहीं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि किसानों के लिए एनएसयूआई पहले से संघर्ष कर रही है, जो संघर्ष लगातार चल रहा है. उन्होंने कहा कि लड़ाई इस बात की है कि जब मजदूर, किसान और जवान तीनों एक हो गए तो फिर कुछ बचता नहीं है. मोदी सरकार के अंत का कारण यही किसान बिल बनेंगे. जब किसान कह चुके हैं कि केंद्र सरकार किसान बिल विड्रो करें, अब जब तक वह किसान बिल केंद्र सरकार वापस नहीं लेगा तो मुझे नहीं लगता कोई वार्ता का नतीजा निकलेगा.

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