जयपुर. राज्यसभा चुनावी संग्राम के बीच भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी का जन्म दिवस (birthday of former BJP state president) समारोह सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना रहा. बुधवार को चतुर्वेदी के जन्मदिन पर हुए कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और नेता गुलाबचंद कटारिया समेत कई बड़े नेता और सैकड़ों कार्यकर्ता जुटे. कार्यक्रम को सियासी गलियारों में शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है.
वहीं, राज्यसभा चुनाव से जुड़े एक सवाल पर चतुर्वेदी ने कहा कि पार्टी उन्हें विधानसभा या किसी भी सदन की जो जिम्मेदारी देगी वे उसे निभाएंगे. चतुर्वेदी ने कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता हैं और कार्यकर्ता के नाते पार्टी चाहे उन्हें बूथ व्यवस्था से जुड़ी जिम्मेदारी दे या फिर विधानसभा में जाने का निर्देश दे. किसी भी सदन को लेकर कोई भी जिम्मेदारी दे वे कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के आदेश और निर्देश के अनुसार ही काम करेंगे. चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि उन्होंने पार्टी से कभी कुछ नहीं मांगा. लेकिन पार्टी ने जो भी जिम्मेदारी उन्हें सौंपी उसकी पालना का हमेशा प्रयास किया है और आगे भी करते रहेंगे.
शक्ति प्रदर्शन नाम देना कार्यकर्ताओं के प्रेम का अपमान होगाः मीडिया से बातचीत के दौरान चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि उनका जन्मदिन का यह कार्यक्रम कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं है. बल्कि पार्टी के कार्यकर्ताओं का प्रेम है. उन्होंने कहा कि सिविल लाइंस और पार्टी से जुड़े उनके कार्यकर्ता और समर्थकों ने इसे पूरे कार्यक्रम का आयोजन किया है. वसुंधरा राजे और गुलाबचंद कटारिया समेत बड़े नेताओं के कार्यक्रम में जुटने से जुड़े सवाल पर चतुर्वेदी ने कहा एक कार्यकर्ता के रूप में करीब 40 साल सभी से जुड़ा रहा और सभी वरिष्ठ जनों का उन्हें आशीर्वाद और प्रेम मिला.